छत्तीसगढ़.
छत्तीसगढ़ में मौसम एक बार फिर करवट लेने वाला है। बंगाल की खाड़ी में एक नए चक्रवाती तूफान के बनने की संभावना जताई जा रही है, जिसके प्रभाव से आने वाले दिनों में प्रदेश के कई हिस्सों में भारी बारिश की स्थिति बन सकती है। मौसम विभाग ने बताया है कि 27 अक्टूबर 2025 से वर्षा गतिविधियों में तेजी देखने को मिलेगी, जबकि दक्षिण छत्तीसगढ़ में अगले चार दिनों तक मेघगर्जन के साथ हल्की से मध्यम वर्षा के आसार हैं।
भारतीय मौसम विभाग के अनुसार, दक्षिण-पूर्वी बंगाल की खाड़ी में बना डिप्रेशन अगले 48 घंटों में गहरे डिप्रेशन में और फिर चक्रवाती तूफान में बदल सकता है। यह सिस्टम पश्चिम-उत्तर-पश्चिम दिशा में बढ़ते हुए 28 अक्टूबर की रात तक आंध्र प्रदेश के मछलीपट्टनम और काकीनाडा के बीच तट से टकरा सकता है। इस दौरान हवाओं की रफ्तार 90 से 110 किलोमीटर प्रति घंटा तक पहुंचने की संभावना है।
मौसम विभाग ने 28 अक्टूबर को प्रदेश के एक-दो स्थानों पर भारी वर्षा, जबकि 29 अक्टूबर को भारी से अतिभारी वर्षा की संभावना जताई है। इस दौरान दक्षिण और मध्य छत्तीसगढ़ के कई जिलों में तेज हवाओं के साथ बारिश हो सकती है। विभाग ने लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है।
राजधानी रायपुर में शनिवार को अधिकतम तापमान 32.9 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 24.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। आज आसमान सामान्यतः मेघमय रहेगा और हल्की बारिश की संभावना है। वहीं, अंबिकापुर में न्यूनतम तापमान 17.9 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया, जो प्रदेश में सबसे कम रहा।
पिछले 24 घंटों में गिदम में 4 सेमी, भैरमगढ़, नांगुर, बारसूर, छोटेडोंगर में 2 सेमी, जबकि छिंदगढ़ और टोंगपाल में 1 सेमी वर्षा दर्ज की गई है। मौसम विशेषज्ञों के अनुसार, बारिश के कारण आने वाले दिनों में दिन का तापमान घटेगा और नमी का असर बढ़ेगा, जिससे सुबह और रात के तापमान में मामूली गिरावट दर्ज की जा सकती है।
मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि 28 अक्टूबर को एक-दो स्थानों पर भारी वर्षा और 29 अक्टूबर को भारी से अतिभारी वर्षा की संभावना बनी हुई है। इसके बाद भी कई जगहों पर हल्की से मध्यम वर्षा का क्रम जारी रह सकता है। विभाग ने किसानों को सलाह दी है कि वे इस दौरान फसलों की कटाई और भंडारण को लेकर सावधानी बरतें। वहीं, नागरिकों को यात्रा और खुले क्षेत्रों में आवाजाही से बचने की सलाह दी गई है।