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मुख्यमंत्री श्री चौहान के निर्देश पर समिति सौंपेगी रिपोर्ट.
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मुख्यमंत्री द्वारा सतत की जा रही मॉनीटरिंग.
भोपाल :
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अपर मुख्य सचिव सामान्य प्रशासन श्री विनोद कुमार ने बताया कि आग प्रथम दृष्टया शार्ट सर्किट से लगी, ए.सी. कम्प्रेशर के फटने से फैलती गईत्र आग पर काबू पाने समन्वित प्रयास जारी. प्रशासन एवं पुलिस के अधिकारी मौके पर मौजूद.
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के निर्देश पर सतपुड़ा भवन की तीसरी मंजिल पर स्थित जनजातीय विकास योजनाएँ संचालनालय में आज दोपहर 3 बजे लगी आग की जाँच के लिये उच्च स्तरीय समिति का गठन किया गया है. मुख्यमंत्री द्वारा सतत मॉनीटरिंग भी की जा रही है. अपर मुख्य सचिव सामान्य प्रशासन विनोद कुमार ने बताया कि आग प्रथम दृष्टया शार्ट सर्किट से शुरू हुई, आग की वजह से ए.सी. का कम्प्रेशर भी फट गया और आग फैलती चली गई.
उच्च स्तरीय जाँच समिति में अपर मुख्य सचिव गृह डॉ.राजेश राजौरा, प्रमुख सचिव नगरीय विकास नीरज मण्डलोई, प्रमुख सचिव लोक निर्माण विभाग सुखवीर सिंह, एडीजी फायर आशुतोष राय को शामिल किया गया है. समिति जाँच के प्रारंभिक कारणों का पता कर रिपोर्ट मुख्यमंत्री श्री चौहान को सौंपेगी.
प्रशासन एवं पुलिस के अधिकारी मौके पर मौजूद रहकर आग पर काबू पाने की कार्यवाही में जुटे हैं. सतपुड़ा भवन में लगी आग को बुझाने के लिये मंत्रालय फायर स्टेशन के 5, नगर निगम के 4, सीआईएसएफ (बीएचईएल) के 2 दमकल वाहनों के अतिरिक्त मण्डीदीप, रायसेन के 7 एवं वर्धमान इण्डस्ट्री का एक दमकल वाहन भी निरंतर कार्य कर रहा है. ऑर्मी के 2 फायर फायटर और 8 से 10 वाटर बाउजर भी आग बुझाने में लगे हैं.
एनडीआरएफ, एयरपोर्ट अथॉरिटी और बीएचईएल की टीम निरंतर जुटी हुई है. आग बुझाने के अत्याधुनिक उपकरणों के साथ प्रशिक्षित दस्ते द्वारा कार्य किया जा रहा है.
- पूरे प्रकरण पर सरकार की पैनी नजर : घटना के बाद ही मुख्यमंत्री चौहान ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से भी फोन पर चर्चा की और उन्हें सतपुड़ा भवन भोपाल में आग की घटना की जानकारी और जरुरी मदद मांगी. इधर सरकार ने साफ किया है कि सतपुड़ा के जिन मंजिलों में आग लगी है, वहां मूलः आदिम जाति कल्याण विभाग और स्वास्थ्य विभाग है. 3, 4,5 वीं और 6 वीं मंजिल में किसी भी विभाग का टेंडर, प्रैक्योरमेंट संबंधी कोई कार्य नहीं होगा. यहां मूलतः स्थापना संबंधी कार्य होते हैं. सोमवार देर रात ही प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा भी मुख्यमंत्री निवास पहुंचें. यहां उन्होंने आग के घटनाक्रम पर चर्चा की, उसके बाद मुख्यमंत्री ने गृह मंत्री को सतपुड़ा भवन जाने के लिए कहा. उसके बाद गृह मंत्री सतपुड़ा भवन के लिए रवाना हो गए. इधर घटना के बाद मुख्यमंत्री ने शाम 7 बजे राज्यपाल मंगुभाई पटेल से मिलने का कार्यक्रम भी टाल दिया और जरुरी इंतजाम में जुटे रहे.
- खाली कराया भवन : आग लगाने के बाद तत्काल सुरक्षा की दृष्टि से भवन को खाली कराया गया. सतपुड़ा भवन के थर्ड फ्लोर पर स्थित अनुसूचित जनजाति क्षेत्रीय विकास योजनाएं के दफ्तर से आग शुरू हुई. इसने चौथी मंजिल पर स्थित स्वास्थ्य संचालनालय को चपेट में ले लिया. हेल्थ डायरेक्टोरेट के पांचवीं और छठवीं मंजिल तक आग की लपटें जा रही हैं. बिल्डिंग की पांचवीं और छठवीं मंजिल तक आग की लपटें उठ रही हैं.
- पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अरुणयादव ने कहा : इस घटना पर कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और मंत्री अरुण सुभाष यादव ने कहा कि, “आज प्रियंका गांधी जी ने जबलपुर में “विजय शंखनाद रैली“ में घोटालों को लेकर हमला बोला तो सतपुड़ा भवन में भीषण आग लग गई. जिसमें महत्वपूर्ण फाइलें जलकर राख हो गई है. कहीं आग के बहाने घोटालों के दस्तावेज जलाने की साज़िश तो नहीं ! यह आग मप्र में बदलाव के संकेत दे रही है।