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मध्य प्रदेश में भारी बरसात की चेतावनी : इन जिलों में रेड अलर्ट और स्कूलों की छुट्टी

भोपाल Published by: paliwalwani Updated Wed, 30 Jul 2025 10:40 AM
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भोपाल.

मध्य प्रदेश में बने लो प्रेशर एरिया और गुजर रही मानसून ट्रफ 13 के कारण मध्य और पश्चिमी मध्यप्रदेश में कई स्थानों पर 'जल प्रहार' के हालात है। नदी-नाले उफान पर होने से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। ग्वालियर-चंबल, मध्य क्षेत्र, बुंदेलखंड और मालवा-निमाड़ के कुछ जिलों में सोमवार की रात और मंगलवार को भारी बारिश ने लोगों की नाक में दम कर दिया। मौसम विभाग के अनुसार 30 और 31 जुलाई 2025 तक प्रदेश में भारी बारिश का दौर जारी रहेगी।

भारी बारिश का अलर्ट

मौसम विभाग ने रायसेन, नर्मदापुरम और हरदा यानी नर्मदा नदी से लगने वाले जिलों में अत्यधिक बारिश के लिए रेड अलर्ट जारी किया है। बुधवार को भोपाल, विदिशा, सीहोर, गुना, रतलाम, उज्जैन, शाजापुर, अशोकनगर, शिवपुरी, मुरैना, डिंडोरी, मंडला, बालाघाट, राजगढ़, आगर, मंदसौर, नीमच, देवास, गुना, बैतूल, पांडुर्णा और श्योपुर में अति भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट। 

इन कारणों से हो रही बारिश

  • उत्तरी-पश्चिमी मध्यप्रदेश और आसपास लो प्रेशर एरिया
  • मानसून ट्फ लो प्रेशर एरिया, सतना होते हुए बंगाल की खाड़ी तक
  • एक ट्रफ उत्तरी-पूर्वी अरब सागर से दक्षिण बंगाल तक
  • राहत- 31 जुलाई के बाद से सिस्टम थोड़ा कमजोर होगा।

इन जिलों में स्कूलों की छुट्टी : भोपाल, विविशा, सीहोर, हरदा, गुना, अशोकनगर, राजगढ़, रायसेन, नर्मवापुरम्, ग्वालियर, शिवपुरी-बुधवार को। श्योपुर- बुधवार-गुरुवार को स्कूलों की छुट्टी घोषित की गई है।

राजधानी बनी बड़ा तालाब : भोपाल में पिछले 48 घंटों से लगातार कभी मध्यम तो कभी तेज बारिश हो रही है। संभाग के रायसेन जिले में पौने नौ इंच से अधिक बारिश दर्ज की गई। मंगलवार सुबह दिल्ली, मुंबई से आने वाली उड़ान सवा घंटे देर भोपाल पहुंची। दिल्ली से आई एक उड़ान को इंदौर डाइवर्ट करना पड़ा। सडक़ों, गलियों में पानी भरा है। 

बांध लबालब, गेट खोलकर निकासी

  • खंडवाः ओंकारेश्वर बांध के 14 गेट मंगलवार को खोले गए।
  • नर्मदापुरमः इटारसी के तवा बांध 9 गेट सात फीट तक खोले गए।
  • बैतूलः सारणी स्थित सतपुड़ा डैम के पांच गेट से पानी छोड़ा जा रहा है।
  • रायसेनः बारना डैम के छह गेट 1.5 मीटर खोले गए।
  • जबलपुरः बरगी बांध के कुल 21 में से 15 गेट खुले हैं।
  • ग्वालियरः अपर ककेटो और तिघरा डैम के पांच गेट खोले गए।
  • शिवपुरीः मडीखेड़ा डैम के आठ गेट खोलकर पानी छोड़ा जा रहा है।
  • श्योपुरः पार्वती-चंबल नदी खतरेके निशान से ऊपर हैं।
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