वैदिक ज्योतिष अनुसार जब भी कोई ग्रह राशि परिवर्तन या किसी अन्य ग्रह के साथ युति बनाता है। तो इसका सीधा प्रभाव मानव जीवन और पृथ्वी पर देखने को मिलता है। साथ ही यह युति किसी के लिए शुभ रहती है तो किसी के लिए अशुभ। आपको बता दें कि 6 सितंबर को मकर राशि में विष योग का निर्माण होने जा रहा है। इस योग का निर्माण शनि और चंद्रमा की युति से होता है। ज्योतिष में इस योग को अशुभ माना जाता है। इसलिए इस योग का प्रभाव सभी राशियों पर पड़ेगा। लेकिन 3 राशियां ऐसीं हैं जिनको इस समय बेहद सावधान रहने की जरूरत है। आइए जानते हैं ये राशियां कौन सीं हैं।
विष योग आप लोगों के लिए थोड़ा कष्टकारी साबित हो सकता है। क्योंकि यह योग आपकी राशि से अष्टम भाव में बन रहा है। जिसे आयु और गुप्त रोग का स्थान माना जाता है। इस समय आपको मानसिक अशांति रह सकती है। वर्क लोड रह सकता है। साथ ही कार्यस्थल पर किसी से वाद-विवाद हो सकता है। व्यापार में धन का निवेश नहीं करें, अन्यथा नुकसान हो सकता है। वहीं आप लोगों पर शनि की ढैय्या भी चल रही है। इसलिए आप लोगो को थोड़ा सावधान रहने की जरूरत है। आप लोग इस समय शनि और शिव चालीसा का पाठ कर सकते हैं। जिससे आपको लाभ होगा।
आप लोगों के लिए थोड़ा मिलाजुला साबित हो सकता है। क्योंकि यह योग आपकी गोचर कुंडली में दूसरे भाव में बन रहा है। जिसे धन और वाणी का स्थान कहा जाता है। इसलिए इस समय नए काम की शुरुआत न करें। किसी को पैसा उधार नहीं देना है। अन्यथा डूब सकता है। वहीं घर- परिवार में वाद- विवाद से बचना है। कार्यस्थल पर लापरवाही न करें। अन्यथा नुकसान हो सकता है। वहीं आप लोगों पर शनि की साढ़ेसाती भी चल रही है। इसलिए आपको थोड़ा सावधान रहना चाहिए।
आप लोगों के लिए यह योग थोड़ा कष्टकारी साबित रह सकता है। क्योंकि इस योग का निर्माण लग्न भाव में हो रहा है। इस समय आपको क्रोध की अधिकता रह सकती है। साथ ही बनते- बनते काम बिगड़ सकते हैं। फाइनल होते – होते रह सकती है। साथ ही पैसा उधार देने से बचना चाहिए। अन्यथा धन डूब सकता है। कार्यस्थल पर भी लापरवाही न बरतें।