Shani Vakri: ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, शनिदेव को नवग्रह में से सबसे धीमी गति से चलने वाला ग्रह माना है। वह एक राशि में करीब ढाई साल रहते हैं। ऐसे में वह हर राशि के जातकों को उनके कर्मों के हिसाब से फल देते हैं। बता दें कि इस समय शनि अपनी ही राशि कुंभ राशि में वक्री अवस्था में मौजूद है। इस राशि में 4 नवंबर को सुबह 8 बजकर 26 मिनट पर मार्गी हो जाएंगे। शनि की इतनी मंद गति से चलने से हर राशि के जातकों के जीवन पर प्रभाव पड़ सकता है। बता दें कि इस समय शनि वक्री अवस्था में ताकतवर होकर भ्रमण करने कर रहे हैं। ऐसे में कुछ राशि को संभलकर रहने की जरूर है। वहीं कुछ राशियां ऐसी है जिन्हें शनिदेव मालामाल कर सकते हैं।
सिंह राशि के जातकों के लिए शनि का वक्री होना लाभकारी सिद्ध हो सकता है। ऐसे में अचानक धन लाभ के साथ व्यापार में कोई बड़ी डील सकती है। किसी कारण आपके काम अटक रहे थे, तो उससे भी अब छुटकारा मिल सकता है। प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे लोगों को मेहनत का फल मिलेगा और उसमें सफलता हासिल हो सकती है। जीवनसाथी के साथ अच्छा समय बीतेगा। संतान की ओर से भी कोई खुशी मिल सकती है।
शनि के वक्री होने से इस राशि के जातकों को भी मेहनत का पूरा फल मिलेगा। कार्यस्थल में आपके काम की वाहवाही होगी। इसी के आधार पर आपकी पदोन्नति या फिर इंक्रीमेंट हो सकता है। आर्थिक स्थिति भी अच्छी रहने वाली है। शादीशुदा लोग बस थोड़ा सतर्क रहें, क्योंकि तनाव की स्थिति पैदा हो सकती है।
इस राशि के लिए भी शनि का वक्री होना कई तरह से लाभकारी सिद्ध हो सकता है। कई क्षेत्रों में अप्रत्याशित परिणाम देखने को मिल सकता है। कार्यस्थल में आपको सहकर्मियों का पूरा साथ मिल सकता है। हर तरह के दुख-दर्द से जल्द ही छुटकारा मिल सकता है। विद्यार्थियों को शिक्षा में अच्छे परिणामों की प्राप्ति होगी। भाई-बहन के बीच प्यार बढ़ सकता है। किसी यात्रा के लिए जा सकते हैं।
Note- इस लेख में दी गई किसी भी जानकारी की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है।