एप डाउनलोड करें

पढ़्या-लिख्या धूळों खाई रा

आपकी कलम Published by: paliwalwani Updated Mon, 17 Nov 2025 09:56 PM
विज्ञापन
Follow Us
विज्ञापन

वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें

ओ क ई वैई रो राजन, 

पढ़्या-लिख्या धूळों खाई रा, 

आतंकवादी वण- वण न, 

जगा-जगा बम फोड़ी रा। 

=====000=====

स्कूल पाछे भण्या दिखता, 

मादरे वतन ने धोखों देई रा, 

म्हा हाऊ काम करी रा, 

मुंडा ऊं फेर यूँ  केईरा। 

=====000=====

पैदा वैताई न मर्या वैता, 

थाँ अटारों अन्न खाई रा, 

अटारा पवित्तर पाणी ऊं, 

थाँ रोज अठै वजु करी रा। 

=====000=====

डागटर ने भगवान हमझे,

थाँ अठै हैवान वणी रा, 

कस्याई धरम मा नी लिख्यों,

वस्यों थाँ काम करी रा। 

=====000=====

अटारी कमाई ऊं भाईड़ा, 

थाणा घर- बार चाली रा, 

मादरे वतन पे खेल-खेल न, 

थाणा टाबर मोटा वैई रा। 

=====000=====

थाणा हाथ हैपूँची नी कांप्या,

जदी थाँ अठै बम फौड़ी रा, 

उगट्यां वण अठै उबरी रा, 

खुद री माँ रो गळों मल्डी रा। 

=====000=====

नाक डूबाई न मरो आगा, 

जो थाँ माँ ने दुख देई रा, 

हाऊ खाता-पीता ई अठै, 

नवराई अतरा क्यूँ वेली रा। 

नवराई अतरा क्यूँ वेली रा।। 

=====000=====

राजेन्द्र सनाढ्य राजन

वाइस प्रिंसिपल : रा उ मा वि नमाना

नि-कोठारिया,जि-राजसमंद, राजस्थान

और पढ़ें...
विज्ञापन
Next