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Amet News : समता की साधना का अनूठा प्रयोग-अभिनव सामायिक

आमेट Published by: M. Ajnabee, Kishan paliwal Updated Sat, 23 Aug 2025 11:50 AM
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आमेट. अखिल भारतीय तेरापंथ युवक परिषद के दिशा निर्देश में तेरापंथ युवक परिषद.आमेट ने जैनों के प्रमुख पर्व पर्युषण महापर्व के तीसरे दिन अभिनव सामायिक का आयोजन किया।

तेरापंथ सभा भवन में विराजित साध्वी सम्यक प्रभा,साध्वी सौम्या प्रभा,साध्वी मलय प्रभा, साध्वी दीक्षित प्रभा ठाणा 4 के सान्निध्य में अभिनव सामायिक का आयोजन हुआ। साध्वी श्री द्वारा नमस्कार महामंत्र का उच्चारण किया गया। साध्वी  मलय प्रभा ने सभी श्रावक समाज को एक साथ सामायिक का प्रत्याख्यान करवाया।

सुचारू रूप से त्रीपदी वंदना व निम्न मंत्रों व ध्यान का प्रयोग करवाया गया। एक मुहूर्त के सामायिक शुद्ध व एकाग्रता से करनी चाहिए। जेटीएन प्रतिनिधि पवन कच्छारा बताया कि। केंद्र द्वारा निर्देशित 358 शाखाएं पूरे देश व नेपाल मे प्रतिवर्ष पर्युषण महापर्व के दौरान अभिनव सामायिक का आयोजन करवाती है।

साध्वी सम्यक ने मंगल उद्बोधन में जैन धर्म मे सामायिक का विशेष महत्व माना जाता है। सामायिक को समता की साधना और आत्मा को निर्मल करने का महत्वपूर्ण उपक्रम बताया गया है। सामायिक में व्यक्ति 48 मिनट के लिए सारे सांसारिक कार्यो का त्याग करके आध्यात्म साधना में लीन हो जाता है। प्रेरणा प्रदान की। साध्वी श्री ने पर्युषण चवदस पक्की हजारी का वाचन किया। श्रावक निष्ठा पत्र का वचन तेरापंथ सभा अध्यक्ष यशवंत कुमार चोरड़िया ने किया।

तेरापंथ धर्म संघ के ग्यारहवें आचार्य महाश्रमण के इंगित अनुसार हमारी संस्था दिशा निर्देशित कार्य करते रहेंगे।अभिनव सामायिक में 435 के लगभग श्रावक-श्राविकाओ ने समता की साधना की। इस समता की साधना में सभी संस्था के पदाधिकारी व श्रावक समाज की अच्छी उपस्थिति रही।

  • Kishan paliwal. M. Ajnabee
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