इस दीवाली अंतरमन के दीप जलाएं : स्वाभिमान के दीप जले तो ही अहंकार के अंधेरे का नाश होता है...डॉ. प्रदीप कुमावत
श्री रोकड़िया हनुमानजी मंदिर झांसड़ी : तप्त जीवन को अमृतरस देने वाली भागवत : महर्षि ध्यानयोगी उत्तम स्वामी जी महाराज
मेल-फीमेल दोनों आवाज़ों में समान अधिकार के साथ गाने वाले विलक्षण कलाकार श्री साईंराम अय्यर ने कार्यक्रम में समां बांधा