इंदौर
नौकरी से निकाला तो शॉप में लगाई आग: 22 दुकानें जलीं, आरोपी बोला- सेठ की दुकान को नुकसान पहुंचाना था
PALIWALWANI
Indore Fire Accident: इंदौर में नौकरी से निकाले जाने पर नाराज कर्मचारी ने सेठ की दुकान में ही आग लगा दी। ये आग आस-पास की करीब 22 कपड़ा दुकानों में फेल गई, जिससे करोड़ों का नुकसान हो गया। घटना गुरुवार सुबह की है। पुलिस ने आरोपी को देर रात गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस को पूछताछ में आरोपी ने बताया कि उसने सेठ से नाराज होकर दुकान में आग लगाई थी। उसका कहना है कि वह सिर्फ सेठ की दुकान को नुकसान पहुंचाना चाहता था। उसे नहीं पता था कि इतना बड़ा हादसा हो जाएगा।
इंदौर के क्लॉथ मार्केट में गुरुवार सुबह करीब 5:30 बजे चौकीदार ने लपटें निकलती देखीं। दमकल गाड़ियां मौके पर पहुंच गईं। संकरी गलियों और भारी धुएं के कारण दमकल वाहनों को अंदर पहुंचने में कठिनाई हो रही थी। स्थानीय लोगों की मदद से पाइप डालकर आग पर काबू पाया गया। तब तक 22 दुकानें जलकर खाक हो चुकी थीं।
सीसीटीवी फुटेज में घटनास्थल पर दिखा था कर्मचारी
DCP ऋषिकेश मीणा को घटना के बाद जानकारी मिली कि कपड़ा बाजार में किसी व्यक्ति को आते-जाते देखा गया था। पुलिस ने उसकी पहचान के लिए जांच शुरू की। आरोपी ने चेहरे पर नकाब बांध रखा था। पुलिस ने दुकानों में काम करने वाले कर्मचारियों से पहचान कराई। उन्होंने बताया कि वीडियो में दिख रहा शख्स देवा है और सेठ के यहां काम करता है। उसका घर द्वारकापुरी में है।
इसलिए नौकर चल रहा था नाराज
देवा पहले दिलीप नाम के व्यापारी की सूट की दुकान में काम करता था। कुछ दिन पहले दिलीप ने उसे नौकरी से निकाल दिया था। देवा ने काम के बदले कुछ पैसे मांगे थे, लेकिन दिलीप ने देने से इनकार कर दिया था। इसी बात को लेकर देवा नाराज चल रहा था।
देवा ने बताया आग कैसे लगाई ?
देवा ने पूछताछ में बताया कि वह देर रात करीब दो बजे के बाद कपड़ा बाजार पहुंचा था। पहले उसने आसपास मौजूद चौकीदारों की गतिविधियों को देखा, फिर एक कैमरे से छेड़छाड़ की और चैनल गेट के पास स्थित दिलीप की दुकान में आग लगा दी। इसके बाद भाग गया।