दिल्ली
763 सांसदों के पास करीब 30 हजार करोड़ की संपत्ति, 194 सांसदों के खिलाफ गंभीर मामले दर्ज
Paliwalwani- एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स की रिपोर्ट:
- हमारे माननीय दागदार और मालदार!
- भाजपा के कुल 385 सांसदों की पूरी संपत्ति 7,051 करोड़
- तेलंगाना के 24 सांसदों की औसत संपत्ति 262.26 करोड़
- बिहार के 50 प्रतिशत सांसदों पर गंभीर केस
नई दिल्ली : (ईएमएस)
- एसोसिएशन फॉर डेमोकेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) ने मंगलवार को अपनी रिपोर्ट में बताया कि देश के सांसदों की औसत संपत्ति 38.33 करोड़ रुपये है। इनमें राज्यसभा और लोकसभा के सांसदों को शामिल किया गया है। वहीं, कुल सांसदों की पूरी संपत्ति करीब 30 हजार करोड़ रुपये के आस-पास है।
एडीआर ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि लोकसभा और राज्यसभा के 763 मौजूदा सांसदों की कुल संपत्ति 29,251 करोड़ रुपये है। रिपोर्ट में बताया गया कि भाजपा के कुल 385 सांसदों की पूरी संपत्ति 7,051 करोड़ रुपये है। एडीआर ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि ये आंकड़े सांसदों द्वारा दायर हलफनामे से निकाले गए हैं, जो सांसदों द्वारा चुनाव के समय दायर की जाती है। रिपोर्ट में कहा गया कि सांसदों की औसत संपत्ति 38.33 करोड़ रुपये है। आपराधिक मामलों वाले सांसदों की औसत संपत्ति 50.03 करोड़ रुपये और बिना आपराधिक मामलों वाले सांसदों की औसत संपत्ति 30.50 करोड़ रुपये है।
एडीआर ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि भाजपा के 385 सांसदों की कुल संपत्ति 7,051 करोड़ रुपये, बीआरएस के 16 सांसदों की कुल संपत्ति 6,136 करोड़ रुपये, वाईएसआरसीपी के 31 सांसदों की कुल संपत्ति 4,766 करोड़ रुपये, कांग्रेस के 81 सांसदों की कुल संपत्ति 3,169 करोड़ रुपये और आम आदमी पार्टी के 11 सांसदों की कुल संपत्ति 1,318 करोड़ रुपये है।
राज्यों में तेलंगाना के सांसद सबसे अमीर
वहीं, प्रति सांसद सबसे अधिक औसत संपत्ति वाले राज्यों में तेलंगाना सबसे आगे है। तेलंगाना के 24 सांसदों की औसत संपत्ति 262.26 करोड़ रुपये है। आंध्र प्रदेश के 36 सांसदों की औसत संपत्ति 150.76 करोड़ रुपये है और पंजाब के 20 सांसदों की औसत संपत्ति 88.94 करोड़ रुपये है। रिपोर्ट में बताया गया कि लक्षद्वीप में सांसदों की सबसे कम औसत संपत्ति है, यहां के एक सांसद की औसत संपत्ति 9.38 लाख रुपये है। इसके बाद त्रिपुरा का नंबर आता है, जहां के तीन सांसदों की औसत संपत्ति 1.09 करोड़ रुपये है। वहीं, मणिपुर के तीन सांसदों की औसत संपत्ति 1.12 करोड़ रुपये है।
देश के 306 सांसदों के खिलाफ क्रिमिनल केस
रिपोर्ट में बताया गया है कि देश के कुल 763 सांसदों में से 306 सांसदों के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज हैं। इनमें से 194 सांसदों के खिलाफ हत्या और महिलाओं से अत्याचार के गंभीर केस हैं। एडीआर ने यह रिपोर्ट लोकसभा और राज्यसभा सदस्यों की तरफ से दायर हलफनामे के हवाले से जारी की है। रिपोर्ट में आगे बताया गया है कि लक्षद्वीप से एक सांसद, केरल के 29 सांसदों में से 23, बिहार के 56 सांसदों में से 41, महाराष्ट्र के 65 सांसदों में से 37, तेलंगाना के 24 सांसदों में से 13 और दिल्ली के 10 सांसदों में से 5 के खिलाफ क्रिमिनल केस दर्ज हैं। एडीआर ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि लक्षद्वीप से एक, बिहार के 56 सांसदों में से 28, तेलंगाना के 24 सांसदों में से 9, केरल के 29 सांसदों में से 10, महाराष्ट्र के 65 सांसदों में से 22 और यूपी के 108 सांसदों में से 37 के खिलाफ गंभीर मामले दर्ज हैं।
राज्यसभा के 12 प्रतिशत सांसद अरबपति
राज्यसभा के 225 सदस्यों में 27 यानी (12 प्रतिशत) अरबपति हैं। अरबपति सांसदों में सबसे ज्यादा संख्या भाजपा के सदस्यों की है। 225 में भाजपा के 85 सदस्य हैं, जिनमें 6 यानी 7 प्रतिशत सांसद अरबपति हैं। कांग्रेस के 30 सदस्यों में 4 यानी 13 प्रतिशत अरबपति हैं। वायएसआर कांग्रेस के 9 में से 4 (44 प्रतिशत), आम आदमी पार्टी के 10 में 3 (30 प्रतिशत) और बीआरएस के 7 में 3 (43 प्रतिशत) सांसद अरबपति हैं। अगर राज्यों की बात करें तो सबसे ज्यादा अरबपति सांसद आंध्र प्रदेश 45 प्रतिशत और तेलंगाना 43 प्रतिशत से हैं।
राज्यसभा सांसदों की औसतन प्रॉपर्टी 80.93 करोड़
राज्यसभा के मौजूदा सांसदों की औसतन प्रॉपर्टी 80.93 करोड़ रुपए है। भाजपा के औसतन सांसदों की प्रॉपर्टी 30.34 करोड़ है। कांग्रेस के 30 सांसदों की औसतन प्रॉपर्टी 51.65 करोड़, तृणमूल कांग्रेस के 13 सदस्यों की औसतन प्रॉपर्टी 3.55 करोड़, वायएसआर कांग्रेस के 9 सांसदों की प्रॉपर्टी 395.68 करोड़, भारत राष्ट्र समिति के 7 सांसदों की प्रॉपर्टी 799.46 करोड़ रुपए है।
देश के 4001 विधायकों की संपत्ति 54,000 करोड़
देश के 4,001 मौजूदा विधायकों की कुल संपत्ति 54,545 करोड़ रुपए है। यह नॉर्थ ईस्ट के तीन राज्यों- नगालैंड, मिजोरम और सिक्किम के 2023-24 के कुल सालाना बजट 49,103 करोड़ रुपए से ज्यादा है। एडीआर की रिपोर्ट में 84 राजनीतिक दलों के 4001 मौजूदा विधायकों और निर्दलीय विधायकों को शामिल किया गया है। इसके मुताबिक, विधायकों की औसत संपत्ति 13.63 करोड़ रुपए है। भाजपा के 1356 विधायकों की औसत संपत्ति 11.97 करोड़ रुपए है। वहीं, कांग्रेस के 719 विधायकों की औसत संपत्ति 21.97 करोड़ रुपए है।