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नहीं रहे पिछड़े समाज के कद्दावर नेता श्री प्रभुनाथ चौहान

उत्तर प्रदेश Published by: Paliwalwani Updated Thu, 19 Jan 2023 01:34 AM
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रोहित संवाद : रामेंद्र सिंह चौहान

उत्तर प्रदेश :

प्रभुनाथ चौहान पिछड़ी समाज के कद्दावर नेताओं में से एक थे पूर्वांचल के राजनीतिक में अपनी एक अलग पहचान रखते थे. इनकी शुरुआती दौर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से प्रारंभ हुआ था. बाद में उन्होंने बीजेपी के लिए बूथ लेवल से लेकर के राष्ट्रीय लेवल तक अपने पदों पर कार्य किया और संपूर्ण पिछड़े समाज के लिए हित बध तरीके से कार्य करते रहें. 

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के साथ भारतीय जनता पार्टी के विभिन्न पदों पर कार्य किया. सामाजिक कार्य किया. ओबीसी समाज में गहरा पैठ बनाई. इनका मनोज सिन्हा से लेकर के राजनाथ सिंह तक के बहुत करीबी माने जाते थे. उनका अचानक 61 वर्ष की है आयु में हृदयाघात के कारण देहांत हो गया. उत्तर प्रदेश में पिछड़ा आयोग के अध्यक्ष रह चुके हैं और पिछड़ा आयोग के उपाध्यक्ष पद पर भी कार्य कर चुके हैं.

भारतीय जनता पार्टी ने इन्हें 2009 के लोकसभा चुनाव में गाजीपुर सीट से उम्मीदवार भी बनाया था. इसके बाद 2017 में उत्तर प्रदेश में बीजेपी की सरकार आने पर इन्हें ओबीसी आयोग का चेयरमैन बनाया गया था. जिसके बाद 2019 के लोकसभा चुनाव में इन्हें लोकसभा का टिकट ना मिलने पर 2021 में इन्होंने पार्टी के राष्ट्रीय कार्यसमिति सदस्य एवं समस्त पदों से त्याग कर दिया था, जिसके बाद राजनाथ सिंह के कहने पर पुनः पार्टी में सदस्यता ग्रहण किया और तब से लेकर आज तक कार्य करते रहे. 

प्रभुनाथ चौहान गाजीपुर जिले के जिला अध्यक्ष से लेकर प्रदेश मंत्री प्रदेश महामंत्री के पदों पर भी कार्य कर चुके थे. उनके दो पुत्र हैं, रविकांत चौहान शशिकांत चौहान एवं एक पुत्री है. अभय चौहान इनकी पत्नी इंद्रावती चौहान प्रभुनाथ चौहान व्यक्तित्व के धनी थे. इनके मानने वालों में जनता उन्नति पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अनिल सिंह चौहान बहुत गहरी दुख संवेदना व्यक्त कर रहे थे. वह बता रहे थे कि इनके जैसा आब ना कोई राह क्या व्यक्तित्व के धनी थे. किसी भी समाज के लोग उनके आवास पर आते थे. सारा कार्य उनका अपने कार्य के भाती संपन्न करवाते थे. उनके रहने खाने का संपूर्ण व्यवस्था करवाते थे.

2014 में जब एनडीए की सरकार बनी केंद्र में तब मनोज सिन्हा जी को रेल मंत्री बनाया गया और इन्हें रेलवे आयोग में सदस्य बनाया गया था. उस समय भी इन्होंने विभिन्न रेल मुद्दों को लेकर के सरकार को अवगत कराया था. क्या जमीन से जुड़े हुए व्यक्ति थे इसी कारण लोग इन को काफी मानते और सम्मान करते थे. वर्तमान में गाजीपुर के भारतीय जनता पार्टी के जिला अध्यक्ष भानु प्रताप सिंह ने पालीवाल वाणी को बताया किया गाजीपुर जिले में संगठन के एक स्तंभ थे. जो अब इस दुनिया में नहीं रहे है. इनका देहांत 17 जनवरी 2023 की सुबह मंगलवार को हृदयाघात होने के कारण आवास पर ही हो गया. इनके साथ रहे गाजीपुर के आर एस एस के वरिष्ठ कार्यकर्ता अजय विक्रम सिंह राजपूत, द्रविड़ सिंह चौहान, राजू सिंह चौहान भी काफी असहज महसूस कर रहे हैं. इनके शुभचिंतक पूरे उत्तर प्रदेश, बिहार, मध्य प्रदेश आदि शहरों से शोक संवेदना व्यक्त कर रहे हैं. 

जिला विशेष संवाददाता

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