नवरात्रि में 9 अंक का विशेष महत्व होता है. माता के नौ स्वरूपों में पहले दिन माता शैलपुत्री की पूजा की जाती है. दूसरे दिन मां ब्रह्मचारिणी की पूजा की जाती है. तीसरे दिन माता चंद्रघंटा, चौथे दिन कुष्मांडा देवी, नवरात्रि के पांचवे दिन स्कंदमाता, छठे दिन देवी कात्यायनी, सातवें दिन कालरात्रि, आठवें दिन महागौरी और महानवमी के दिन मां सिद्धिदात्री की पूजा की जाती है. मां के नौ स्वरूप शक्ति, साहस, सौम्य, वीरता आदि दर्शाते हैं.
माता के नौ स्वरूप होने से मूलांक 9 वालों पर माता की विशेष कृपा होती है. जिस लोगों का जन्म किसी भी महीने की 9, 18 या 27 तारीख को हुआ है उनका मूलांक 9 होगा. इस मूलांक वालों का स्वामी ग्रह मंगल है जिन्हें साहस, उर्जा, शक्ति आदि का कारक माना जाता है. इन लोगों पर मंगल के साथ माता दुर्गा की भी विशेष कृपा होती है. अगर कुंडली में मंगल कमजोर हो तो नवरात्रि के नौ दिन माता की स्तुति करने से फायदा मिलता है. खासकर नवरात्रि के पांचवे दिन मां स्कंदमाता की पूजा करने से कुंडली में मंगल की स्थिति मजबूत होती है.