Home Vastu Shastra: सनातन धर्म के लोगों के लिए ज्योतिष शास्त्र, वास्तु शास्त्र, स्वप्न शास्त्र और सामुद्रिक शास्त्र का विशेष महत्व है। शास्त्रों में जीवन को सुखमय बनाने के कई उपायों और टोटकों के बारे में बताया गया है। वास्तु शास्त्र में घर, ऑफिस और कार्यस्थल में मौजूद चीजों की सही दिशा और स्थान के बारे में बताया गया है। शास्त्रों में बेड, किचन, बाथरूम और यहां तक कि दरवाजे को लेकर भी नियम बताए गए हैं। आमतौर पर लोग अपने घर के दरवाजे के पीछे हैंगर पर कपड़े, पन्नी आदि सामान को टांग देते हैं, जिसे वास्तु शास्त्र के अनुसार शुभ नहीं माना जाता है। चलिए जानते हैं दरवाजे के पीछे कपड़े टांगना क्यों शुभ नहीं माना जाता है।
वास्तु शास्त्र के अनुसार, दरवाजे के ऊपरी हिस्से में माता लक्ष्मी का वास होता है। इसलिए कहा जाता है कि दरवाजे के पीछे कपड़े नहीं टांगने चाहिए। इससे धन की देवी माता लक्ष्मी नाराज होती हैं। ऐसे में धन हानि के योग बनने लगते हैं। धार्मिक मान्यता के अनुसार, जिन लोगों से माता लक्ष्मी नाराज होती हैं, उनके घर में कभी भी सुख-शांति नहीं रहती है। इसके अलावा उन्हें और उनके पूरे परिवार को पैसों की तंगी का सामना करना पड़ता है।
धन की देवी माता लक्ष्मी के नाराज होने के अलावा दरवाजे के पीछे कपड़े टांगने से पारिवारिक कलह होने की संभावना भी बढ़ जाती है। इससे घर में नकारात्मक ऊर्जा का वास होता है, जिससे घरवालों की तरक्की पर ब्रेक लगता है। लोगों को नौकरी व व्यापार में भी परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
घर की दक्षिण-पश्चिम दिशा में कपड़े रखना शुभ होता है। इससे घरवालों की सेहत अच्छी रहती है। साथ ही माता लक्ष्मी की भी कृपा बनी रहती है। घर में कभी भी पूर्व-उत्तर दिशा में गंदे कपड़ों को नहीं रखना चाहिए। पूर्व-उत्तर दिशा का संबंध बृहस्पति देव से होता है। इस दिशा में गंदे कपड़ों को रखने से बुद्धि-कौशल में कमी आती है। इसके अलावा स्वास्थ्य भी अच्छा नहीं रहता है।
कमरे में अलमारी को दक्षिण-पश्चिम दिशा में रखना चाहिए। इससे घर में सकारात्मक ऊर्जा बनी रहती है, जिससे घरवालों के बीच प्रेम बढ़ता है। साथ ही पैसों की कमी से भी छुटकारा मिलता है। इसके अलावा अलमारी में कपड़ों के साथ-साथ गहने और पैसे भी जरूर रखने चाहिए। इससे घर में मां लक्ष्मी का वास रहता है।
जिन लोगों के घर में अलमारी दक्षिण दिशा या उत्तर-पूर्व दिशा में रखी होती है, उन्हें सदा मानसिक परेशानियों का सामना करना पड़ता है। इसके अलावा आर्थिक स्थिति पर भी बुरा प्रभाव पड़ता है।