महीने की पहली तारीख का कई लोगों को बेसब्री से इंतजार रहता है। यह वह दिन होता है जब नौकरी पेशा लोगों की सैलरी आती है। हर शख्स अपनी सैलरी को अधिक से अधिक बढ़ाना पसंद करता है। लेकिन आज हम आपको एक ऐसे परिवार से मिलाने जा रहे हैं जिनके परिवार ने बीते दस साल में 1470 करोड़ रुपये सैलरी ली है। अब आप सोच रहे होंगे कि ये परिवार भला ऐसा भी क्या बीजनेस करता है जो इतनी सैलरी वसूल लेता है। चलिए जानते हैं।
हम यहां दक्षिण भारत की फेमस फैमिली मारन परिवार (Maran Family) की बात कर रहे हैं। यह परिवार मीडिया और क्रिकेट में अच्छी खासी रुचि रखता है। यदि आपने नोटिस किया हो तो आईपीएल में सनराइजर्स हैदराबाद (Sunrisers Hyderabad in IPL) के मैच के दौरान एक लैडी अक्सर स्क्रीन पर दिखाई देती है। इस माहिला का नाम काव्या मारन है। वह बिजनेस टाइकून कलानिधि मारन (Kalanithi Maran) की बेटी हैं।
काव्या मारन सनराइजर्स हैदराबाद की मालकिन हैं। उनके पिता कलानिधि मारन सन ग्रुप (Sun Group) के संस्थापक हैं। यह ग्रुप दक्षिण भारत का फेमस मीडिया टीवी नेटवर्क है। इसकी शुरुआत साल 1993 में हुई थी। इसके पहले मारन परिवार तमिलनाडु में एक छोटा सा पब्लिकेशन का बीजनेस चलाता था। हालांकि अब इनके ग्रुप के टोटल 33 करोड़ चैनल हैं। यह दक्षिण भारत में 9 करोड़ 50 लाख घरों में देखे जाते हैं।
कलानिधि मारन के परिवार का मीडिया, टेलीविजन और डीटीएच का बीजनेस है। इसके अलावा वह एक एफएम चैनल और एक क्रिकेट टीम के मालिक भी हैं। वहीं उनका फिल्म प्रोडक्शन हाउस भी है। Sun Group को साल 2006 में शेयर बाजार में लिस्ट किया गया था। इसके बाद यह परिवार अरबपति बन गया। आपको जान हैरान होगी कि इस फैमिली की 2010 में कुल संपत्ति 4 बिलियन डॉलर थी।
मारन परिवार देश में सबसे अधिक सैलरी पाने वाला परिवार है। इसकी कुल संपत्ति 18,800 करोड़ रुपये है। एक रिपोर्ट की माने तो मारन परिवार ने पिछले 10 सालों में 1470 करोड़ रुपये सैलरी ली है। वित्त वर्ष 2021 में कलानिधि मारन को 78.50 करोड़ रुपये मिले थे। उनकी बीवी कावेरी ने भी लगभग इतनी ही सैलरी ली थी। वहीं उनकी बेटी काव्या को 2019 में 1.09 करोड़ रुपये का वेतन मिला था।
बता दें कि कलानिधि मारन पूर्व केंद्रीय मंत्री मुरासोली मारन (former union minister Murasoli Maran) के बेटे हैं। उनके दादा तमिलनाडु के पूर्व मुख्यमंत्री एम करुणानिधि थे। कलानिधि चेन्नई के लोयोला कॉलेज से कॉमर्स से ग्रेजुएट हैं। वे स्क्रैंटन विश्वविद्यालय से एमबीए कर चुके हैं।