प्रधानमंत्री आवास योजना में आपने कई बार फर्जीवाड़े की खबर सुनी होगी। जिसमें सरपंच, प्रधान और ब्लाक प्रमुख की ओर से भ्रष्टाचार किया जाता है और इसकी खबर समय-समय पर मीडिया में आती रहती हैं। लेकिन आपको जानकार हैरानी कि, जिन लोगों के नाम पर फर्जीवाड़ा होता है या फिर जो लोग दो बार प्रधानमंत्री आवास योजना का फायदा उठाना चाहते हैं। उनको सतर्क हो जाना चाहिए। क्योंकि सरकार अब इस मामले पर सख्त हो गई है। ऐसे में आपने भी ऐसा किया है तो आप पर जुर्माना लग सकता है। इसके साथ ही आपको सजा भी हो सकती है। आइए जानते हैं इसके बारे में….
कैसे होता है फर्जीवाड़ा – कई बार प्रधान सरपंच और ब्लाक प्रमुख दूसरे लोगों का आधार कार्ड लगाकर किसी ओर को मकान आवंटित कर देते हैं। इसके साथ ही कई बार पात्र व्यक्ति भी दो जिलों में का फायदा उठाने की कोशिश करते है। जिसमें पकड़े जाने पर सजा और जुर्माने का प्रावधान है। आपको बता दें अभी कुछ दिनों पहले ही सरकार ने pmay-urban.gov.in वेबसाइट पर फर्जीवाड़ा करने वालों की लिस्ट डाली थी।
पत्नी-पत्नी दोनों के नाम पर फायदा लेना भी गलत – प्रधानमंत्री कृषि सम्मान निधि योजना के संबंध में तीन महीने पहले फर्जीवाड़ा की शिकायतें केंद्र सरकार के पास पहुंची थीं। बड़ी संख्या में ऐसे किसान हैं, जो किसान नहीं बल्कि सरकारी नौकरी में है या बिजनेस कर रहे हैं।
फर्जीवाड़े के कई मामलों में पत्नी और पत्नी दोनों के बैंक खातों में योजना की रकम पहुंच रही थी। वहीं, कई मामलों में लाभार्थी किसान का निधन होने के बाद भी फायदा लिया जा रहा था। इसके अलावा कुछ मामलों में गलत खाते में धनराशि ट्रांसफर हो रही थी।
टैक्स देने या पेंशन लेने वाले किसान भी हैं अपात्र – कुछ किसानों ने योजना का फायदा लेने के लिए गलत आधार देकर सीधा किया। वहीं, टैक्स देने वाले या पेंशनधारक किसानों को भी पीएम किसान योजना का फायदा नहीं दिया जाता है।
ऐसे में अगर आपके घर में भी एक ही जमीन पर एक से अधिक सदस्यों के खाते में योजना की किस्त आ रही थी। तो आपको पैसा वापस करना होगा। अब आप लिस्ट में भी अपना नाम चेक कर सकते हैं कि कहीं आप भी अपात्र किसानों की सूची में शामिल तो नहीं है। यही नहीं, अपात्र किसानों पर धोखाधड़ी का मामला भी दर्ज हो सकता है।