मणिपुर. मणिपुर में सेना शांति स्थापित करने के लिए ‘ऑपरेशन वेपन रिकवरी’ यानी हथियारों की बरामद करने वाला ऑपरेशन चला रही है. राजधानी इंफाल से करीब 40 किमी दूर घने जंगलों में सेना को अभियान चलाते हुए देखा गया. रात के अंधेरे में सेना को न्यू कीथेलमनबी गांव में घेराबंदी करते हुए देखा गया. दरअसल, Indian Army और असम राइफल्स के जवान हथियारों के लिए तलाशी अभियान चला रहे थे. सेना का ये अभियान इंफाल घाटी के कांगपोकपी जिले में चलाया गया था.
पूर्वोत्तर के इस राज्य में हुई हिंसा को ध्यान में रखते हुए यहां सुरक्षा व्यवस्था को पुख्ता करने पर जोर दिया जा रहा है. उम्मीद जताई जा रही है कि चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ जनरल मनोज पांडे शनिवार को मणिपुर जा सकते हैं. वह हिंसा-प्रभावित राज्य में सुरक्षा हालातों की समीक्षा करेंगे. दूसरी ओर, राज्य में फैली हिंसा को लेकर मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है. मणिपुर के कम से कम तीन जिलों में हिंसा की ताजा घटनाएं सामने आई हैं.
भारतीय सेना के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि पिछले कुछ दिनों में हमने देखा है कि यहां रहने वाले समुदाय एक-दूसरे पर हथियारों के जरिए हमला कर रहे हैं. कुछ मामलों में लोगों की मौत भी हो रही है. राज्य में हथियारों की बढ़ती खेप ने पूरी शांति प्रक्रिया में देरी की है. वहीं, सेना ने जब न्यू कीथेलमनबी गांव में रेड मारी, तो उसे पाइप गन और बड़ी मात्रा में बारूद बरामद हुआ. सिर्फ इतना ही नहीं, बल्कि गांव से एयर गन और कारतूस का खाली पैकेट भी बरामद हुआ.
दरअसल, मणिपुर में हिंसा के बाद हथियार बंद समूह एक्टिव हो गए हैं. इन समूहों ने कानून को अपने हाथ में लेना भी शुरू कर दिया है. इनकी वजह से शांति व्यवस्था भी प्रभावित हुई है. वर्तमान में उग्रवादी समूह इस लड़ाई में शामिल हो गए हैं, जिससे जनजातियों के बीच तनाव और भी ज्यादा बढ़ गया है.