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House In Low price : देश के इस महानगर में मिल रहा है सबसे सस्ता मकान, मुंबई से आधे दाम में, कीमत जान होश खो देंगे आप

राज्य Published by: Pushplata Updated Sat, 19 Aug 2023 10:45 AM
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पिछले दिनों ही रिजर्व बैंक (RBI) ने नीतिगत ब्याज दरों की घोषणा की। इसमें ब्याज दरों को यथावत रखा गया है। इससे आपके ईएमआई में तो कोई बढ़ोतरी नहीं हुई है। लेकिन कुछ महीने पहले ही रिजर्व बैंक (RBI) ने दो किस्तों में रेपो रेट (Repo Rate) में बढ़ोतरी की थी। इस वजह से होम लोन (Home Loan) का इंटरेस्ट रेट भी बढ़ा था। अब जबिक आरबीआई ने ब्याज दरों को पूर्ववत रखा है तो होम लोन के ब्याज दरों में कोई कमी भी नहीं हो रही है। हम आपको बता रहे हैं कि देश के किस शहर में सबसे सस्ता मकान मिल रहा है।

भले ही महंगाई आपको खूब सता रही है, लेकिन अभी भी देश में कुछ ऐसे शहर हैं, जहां मकान सस्ते मिल रहे हैं। इसका अंदाजा नाइट फ्रैंक इंडिया के अफोर्डेबिलिटी इंडेक्स 2022 (Affordability Index) से मिलता है। नाइट फ्रैंक इंडिया (Knight Frank India) के सीएमडी शिशिर बैजल का कहना है कि यूं तो मकान की अफोर्डेबिलिटी (Affordability of Home) पिछले कुछ महीनों में घटी है, लेकिन मकान का मालिक बनने के लिये रूझान में सकारात्‍मक बदलाव हुआ है। इस कारण उन्हें मांग के प्रभावित होने की उम्‍मीद नहीं है, क्‍योंकि बाजार में छुपी हुई मांग इसे गति दे रही है।

क्या है अफोर्डिबिलिटी इंडेक्स

अफोर्डेबिलिटी इंडेक्‍स एक औसत परिवार के लिये आय के अनुपात में ईएमआई (समान मासिक किस्त) को देखती है। मतलब कि उस परिवार की कुल आमदनी में मकान खरीदने के लिए लिए गए लोन की ईएमआई का हिस्सा कितना बैठता है। यदि होम लोन पर ब्याज दर कम रहेगा तो यह इंडेक्स कम रहेगा। यदि होम लोन पर ब्याज दर बढ़ता है तो यइ इंडेक्स चढ़ जाएगा। इसमें भारत के आठ प्रमुख शहरों में 2010 से लेकर 2021 तक स्‍थायी सुधार दिखा है, खासकर महामारी के दौरान, जब भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने रेपो रेट्स को दशक का सबसे कम कर दिया था।

बढ़ गया है ब्याज का बोझ

रिजर्व बैंक द्वारा रेपो रेट में लगातार दो बार बढ़ोतरी करने से होम लोन का ईएमआई बढ़ गया है। आरबीआई द्वारा अभी तक रेपो रेट में 250 बेसिस प्वाइंट की बढ़ोतरी की जा चुकी है। इससे विभिन्‍न बाजारों में मकान खरीदने की वहनीयता औसतन 2.5घटी है। इस वजह से ईएमआई का बोझ 14.4बढ़ा है। नाइट फ्रैंक इंडिया के चेयरमैन एवं मैनेजिंग डाइरेक्टर शिशिर बैजल का कहना है कि होम लोन के रेट में 250 बेसिस प्वाइंट्स की बढ़त के कारण पिछले दो महीनों में होम अफोर्डेबिलिटी बहुत ज्‍यादा घट गई है। हालांकि, रेट में बढ़ोतरी के बावजूद ज्‍यादातर बाजार अफोर्डेबल हैं। इसके साथ ही मकान का मालिक बनने के लिये रूझान में सकारात्‍मक बदलाव के कारण हमें मांग के प्रभावित होने की उम्‍मीद नहीं है, क्‍योंकि बाजार में छुपी हुई मांग इसे गति दे रही है।

देश में सबसे महंगा रियल इस्टेट बाजार है मुंबई

मुंबई अभी भी देश का सबसे महंगा आवास बाजार बना हुआ है। वहां मकान खरीदने का अफोर्डेबिलिटी इंडेक्‍स 2010 के 93से सुधर कर 2019 में 66हुआ था। 2020 की शुरूआत में महामारी के आने के साथ, 2020 में अफोर्डेबिलिटी इंडेक्‍स बेहतर होकर 61पर पहुंच गया और 2021 में और भी सुधरकर 53हो गया। साल 2022 में यह 53रहा जबकि साल 2023 की पहली छमाही में शहर का अफोर्डेबिलिटी इंडेक्‍स अभी 55पर है।

देश का दूसरा सबसे महंगा रियल इस्टेट बाजार हैदराबाद

हैदराबाद देश का दूसरा सबसे महंगा आवास बाजार है। वहां घर खरीदने का अफोर्डेबिलिटी इंडेक्‍स साल 2010 में 47था, जो 2019 में सुधर कर 33हुआ। 2020 की शुरूआत में महामारी के आने के साथ, 2020 में अफोर्डेबिलिटी इंडेक्‍स सुधर कर 31हुआ और 2021 में और भी सुधर कर 29हुआ। साल 2022 में यह सुधर कर 30पर पहुंचा। साल 2023 की पहली छमाही में शहर का अफोर्डेबिलिटी इंडेक्‍स अभी 31पर है।

तीसरा सबसे महंगा बाजार दिल्ली एनसीआर

2022 की पहली छमाही में एनसीआर देश का तीसरा सबसे महंगा आवास बाजार है। शहर के अफोर्डेबिलिटी इंडेक्‍स में साल दर साल उतार-चढ़ाव देखने को मिला है। मकान खरीदने में अफोर्डेबिलिटी इंडेक्‍स 2010 के 53से बेहतर होकर 2019 में 34हुआ। 2020 की शुरूआत में महामारी के आने के साथ, 2020 में अफोर्डेबिलिटी इंडेक्‍स 38पर पहुँच गया था, लेकिन 2021 में सुधरकर 28हुआ। साल 2022 में यह 29हो गया जबकि साल 2023 की पहली छमाही में शहर का अफोर्डेबिलिटी इंडेक्‍स अभी 30पर है।

दिल्ली एनसीआर से सस्ता है बेंगलुरु

देश के महंगे आवास बाजारों के मामले में बेंगलुरु का नंबर एनसीआर के बाद आता है। इस तरह से यह भारत का चौथा सबसे महंगा शहर है। इस शहर के लिए मकान खरीदने का अफोर्डेबिलिटी इंडेक्‍स साल 2010 में 48था, जो 2019 में सुधर कर 32हुआ। 2020 की शुरूआत में महामारी के आने के साथ, अफोर्डेबिलिटी इंडेक्‍स 2020 में और भी बेहतर होकर 28पर पहुंचा और 2021 में 26रहा। 2022 में यह 27पर था जबकि साल 2023 की पहली छमाही में अभी शहर का अफोर्डेबिलिटी इंडेक्‍स 28पर है।

कहां मिल रहा है सबसे सस्ता है मकान

इस साल की पहली छमाही के लिए तैयार अफोर्डेबिलिटी इंडेक्स 2022 के मुताबिक देश के टॉप आठ शहरों में अहमदाबाद सबसे किफायती हाउसिंग मार्केट है। अहमदाबाद साल 2019 से लगातार देश का सबसे किफायती शहर रहा है। घर खरीदने में अफोर्डेबिलिटी इंडेक्‍स 2010 के 46से बेहतर होकर 2019 में 25पर आया। 2020 की शुरूआत में महमारी के आने के साथ, 2020 में अफोर्डेबिलिटी इंडेक्‍स और भी सुधरकर 24पर रहा और फिर 2021 में 20पर आया। साल 2022 में यह 22था और अभी 2023 की पहली छमाही में इस शहर का अफोर्डेबिलिटी इंडेक्‍स 23पर है।

देश का दूसरा सबसे सस्ता हाउसिंग मार्केट है कोलकाता

कोलकाता देश का दूसरा सबसे अफोर्डेबल हाउसिंग मार्केट है। यहां मकान खरीदने में अफोर्डेबिलिटी इंडेक्‍स साल 2010 में 45पर था, जो 2019 में सुधरकर 32हुआ। 2020 की शुरूआत में महामारी के आने के साथ 2020 में अफोर्डेबिलिटी इंडेक्‍स और भी बेहतर होकर 30पर पहुंचा और 2021 में 25हुआ। साल 2022 में यह 22 फीसदी पर था। अभी 2023 की पहली छमाही में शहर का अफोर्डेबिलिटी इंडेक्‍स 26पर है।

तीसरा सबसे सस्ता बाजार पुणे

अफोर्डेबिलिटी इंडेक्‍स के अनुसार पुणे देश का तीसरा सबसे किफायती आवास बाजार है। पुणे के लिए मकान खरीदने में अफोर्डेबिलिटी इंडेक्‍स 2010 के 39से सुधरकर 2019 में 29हुआ। 2020 की शुरूआत में महामारी के आने के साथ, 2020 में अफोर्डेबिलिटी इंडेक्‍स और भी बेहतर होकर 26पर पहुंचा और 2021 में 24हुआ। 2022 में यह 25हुआ और साल 2023 की पहली छमाही में शहर का अफोर्डेबिलिटी इंडेक्‍स 26पर है।

​देश का चौथा सबसे सस्ता बाजार है चेन्नई

अफोर्डेबिलिटी इंडेक्‍स के अनुसार देश का तीसरा सबसे सबसे किफायती आवास बाजार चेन्नई है। चेन्नई के लिए मकान खरीदने का अफोर्डेबिलिटी इंडेक्‍स 2010 के 51से सुधरकर 2019 में 30हुआ। 2020 की शुरूआत में महामारी के आने के साथ, 2020 में अफोर्डेबिलिटी इंडेक्‍स और भी बेहतर होकर 26पर पहुंचा और 2021 में 24हुआ। साल 2021 में यह 24 फीसदी, 2022 में 27 फीसदी और अभी 2023 की पहली छमाही में शहर का अफोर्डेबिलिटी इंडेक्‍स 28पर है।

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