बिनोल।जहां एक ओर सरकार स्वच्छ भारत अभियान को लेकर गंभीर है, वहीं प्रशासन कुंभकरणी नींद सोईहुई है। गांव में सफाई व्यवस्था नहीं के बराबर होने से ग्रामवासियों में रोष व्याप्त है। जनाब, बिनोल की सडक़ समझ कर सरपट भागने की कोशिश जान लेवा हो सकती है। क्योंकि इस नाम से चर्चित इस गांव की सडक़ों की हालत वैसी नहीं हैं। कारण गड्ढे में सडक़ है, या फिर सडक़ में गड्ढे यह पता भी नहीं चलेगा। गांव की हालत ऐसी है कि सडक़ों पर कभी सीवरेज का पानी जमा रहता है, तो कभी बारिश का। ऐसे में इन गड्ढों वाली सडक़ों की हालत ऐसी बन चुकी है कि सावधानी हटी तो दुर्घटना घटी। हास्यास्पद तो यह कि ही यह प्रशासन को दिखाई दे रहा है लेकिन उनकी ओर से कार्यवाही नहीं की जा रही हैं। लाखों खर्च कर बनाई इन सडक़ों की दशा और दुर्दशा को देखने वाला कोई नहीं है। दिन के समय में तो फिर भी गनीमत है, पर रात का सफर तो बिल्कुल ही नहीं। ग्रामीणों के कई बार कहने बाद भी अभी तक प्रशासन का इस ओर ध्यान नहीं जा रहा हैं। ग्रामवासियो का कहना हैकि सफाई के मामले में शुन्य है। सडक़ पर लगे गंदगी कीचड़ के ढेर स्वयं इस बात के गवाह है। गंदे पानी से नालियां गंदगी से अटी पड़ी है। जो सरकार की ओर से चलाए जा रहे स्वच्छता अभियान की पोल खोल रही है।
गांव में नालियों की सफाई नहीं होने से गंदा पानी सडक़ पर फैल रहा है। जिससे वाहन चालकों के साथ राहगीरों सहित स्कूली बच्चों को भारी परेशानियों का सामना उठाना पड़ रहा है।
पिछले कई वर्षों से नाली नहीं बने होने से गंदा पानी आम रास्ते पर फैल रहा है। जिससे लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। सरकार की ओर से लाखों रुपये स्वीकृत मिलने के बाद भी इस का सही जगह उपयोग नहीं होने से घरों का पानी बाहर निकालने के लिए नाली निर्माण नहीं कराने से घरों का पानी सडक़ पर फैल रहा है। जिससे हादसे का अदेशा रहता है।
बिनोल ग्राम पंचायत होने के बावजुद आज इसी ग्राम में कई वर्षो से पड़े अधुरे सडक़ कार्यो पर ध्यान नही जा रहा हैं। सडक़ो के हालत खस्ता बनी हुई हैं। कई जगहों गड्डे बने हुए हैं तो कई जगहो से गंदा पानी सडक़ो पर फैला हुआ है। अगर यह हालत बने रहे रहे हादसे का अंदेशा बना रहता हैं।
महावीर व्यास
बिनोल। सडक़ो पर फैला हुआ गंदा पानी
सडक़ों पर लगे गंदगी के ढेर ग्रामीण परेशान