राजस्थान के झुंझुनू से भारतीय जनता पार्टी के सांसद नरेंद्र कुमार खीचड़ ने महात्मा गांधी को लेकर विवादित बयान दिया है। एक कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि सुभाष चंद्र बोस की हत्या गांधी ने करवाई थी।
उन्होंने कहा, “प्रधानमंत्री तो एक ही बनना था। नेहरू के लिए गांधी ने सुभाष चंद्र बोस को मना तो लिया, लेकिन उन्हें मरवा भी दिया।” सांसद ने यह भी कहा कि राजा-महाराजाओं के समय से ही यह परंपरा रही है कि बेटा ही बाप का कत्ल करके राज करता है। नेताजी सुभाष चंद्र बोस के समय भी यही भावना थी।
खीचड़ का यह बयान सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद वो सुर्खियों में आ गए। मामला बढ़ता देख उन्होंने अपने बयान पर सफाई दी और कहा कि उनका कहने का मतलब वो नहीं था। उन्होंने सफाई देते हुए कहा, “मेरा कहने का मतलब था कि पहला प्रधानमंत्री सुभाष चंद्र बोस को बनना चाहिए था। गांधी चाहते तो वो प्रधानमंत्री बन सकते थे। यही कहना चाह रहा था कि गांधी के कारण सुभाष चंद्र बोस प्रधानमंत्री नहीं बन सके।”
खीचड़ के इस बयान पर पूर्व मंत्री और सांगोद ने कांग्रेस विधायक भरत सिंह से नाराजगी जताई है। उन्होंने इसे लेकर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को पत्र लिखा है और कहा कि इस तरह की टिप्पणी करने पर नरेंद्र खीचड़ को संसद की सदस्यता से बर्खास्त किया जाए।
इससे पहले भी बीजेपी सांसद चर्चाओं में रह चुके हैं। पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए वो अपनी ही पार्टी बीजेपी को लेकर कुछ ऐसा कह गए कि उन्हें शर्मींदगी का सामना करना पड़ा। दरअसल, एक सभा में वो राज्य की कांग्रेस सरकार को लेकर निशाना साध रहे थे। इस दौरान उन्होंने पीएम मोदी की नीतियों की तारीफ की और कार्यकर्ताओं से एकजुट होकर कांग्रेस को क्षेत्र से उखाड़ फेंकने की अपील की। इसी दौरान जब वो अपना आह्वान दोहरा रहे थे तो उनकी जुबान फिसल गई और कांग्रेस की जगह बीजेपी को उखाड़ फेंकने की बात कर डाली। उन्हें तुरंत अपनी इस गलती का एहसास भी हो गया और उन्होंने अपनी गलती को ठीक भी कर लिया।