छत्तीसगढ़ के कोंडागांव जिले के बुंदापारा स्थित एक सरकारी स्कूल के शिक्षक को जन्माष्टमी के अवसर पर विद्यार्थियों का उपवास रखना नागवार गुजरा। इससे नाराज होकर उसने बच्चों की पिटाई कर दी। इतना ही नहीं उसने भगवान को लेकर आपत्तिजनक बातें भी कहीं। इसका वीडियो वायरल होने पर बवाल मच गया।
घटना कोंडागांव जिले की ग्राम पंचायत गिरोला के बुंदापारा स्थित माध्यमिक विद्यालय में कृष्ण जन्माष्टमी के दूसरे दिन मंगलवार को हुई। इसका वीडियो वायरल होने पर बवाल मच गया। बच्चों के पालकों और बजरंग दल के कार्यकर्ताओं की भीड़ मौके पर पहुंच गई। भीड़ ने आरोपी शिक्षक को घेर लिया। गुस्साए लोगों को देख शिक्षक मरकाम ने गलती होने की बात स्वीकार करते दोनों हाथ जोड़कर माफी मांगी। इस बीच, सूचना मिलते ही कोडागांव पुलिस टीम मौके पर पहुंची और भीड़ को तितर बितर किया।
बच्चों का कहना है कि शिक्षक चरण मरकाम कक्षा लेने मंगलवार को विद्यालय पहुंचे और जन्माष्टमी के अवसर पर उपवास रखने वाले विद्यार्थियों के नाम पूछे। बच्चों ने जब अपने हाथ खड़े कर उपवास रखने की जानकारी दी तो मरकाम ने हिंदुओं के देवताओं के खिलाफ अनर्गल बातें कहीं और उपवास रखने वालों की पिटाई करने लगे।
स्कूल के प्रधान अध्यापक चंद्रगुप्त तुरकर ने बताया कि बच्चों की पिटाई की बात सामने आने पर मैंने शिक्षक को बुलाकर पूछताछ की और घटना की जानकारी मैंने विभागीय उच्च अधिकारियों को दी। उधर, ग्राम वासियों ने कलेक्टर पुष्पेंद्र कुमार मीणा से मामले की शिकायत की। कलेक्टर ने शिक्षक के व्यवहार को छत्तीसगढ़ सिविल सेवा नियम 1965 के विपरीत धार्मिक भावनाओं को आहत करने एवं समाज में द्वेष फैलाने के रूप में गंभीर कदाचार माना और मरकाम को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया।
उधर, सर्व आदिवासी समाज नामक संगठन आरोपी शिक्षक के बचाव में सामने आया है। उसने जिला प्रशासन को शिकायत देकर आरोप लगाया कि शिक्षक मरकाम के साथ स्थानीय लोगों ने मारपीट की। पुलिज ने कहा कि वह शिकायत की जांच कर रही है। वहीं बच्चों के साथ मारपीट के मामले में भी शिक्षक के खिलाफ जांच के बाद कार्रवाई की जाएगी।