शादी में होने वाली रस्में, रीति-रिवाज भारत में ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया में बड़े ही जोश के साथ लोग फॉलो करते हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि होने वाले कपल को उन चुनौतियों के बारे में तैयार किया जा सके, जोकि उनके वैवाहिक रिश्ते में आगे आ सकती हैं।जी हां, जिस तरह हमारे देश में शादियां विभिन्नताओं से भरी हैं। उसी तरह दुनिया के अलग-अलग हिस्सों में भी तरह-तरह की परंपराएं देखने को मिलती हैं। लाइफ पार्टनर से मिलने के लिए भारत में ही नहीं बल्कि दुनियाभर के जोड़ों को बहुत सारे प्रोसेस से गुजरना पड़ता है ताकि हर कपल शांतिपूर्वक और सौहार्द के साथ अपना वैवाहिक जीवन शुरू कर पाएं। हां, वो बात अलग है कि कुछ जगहों पर शादियों में बहुत ही अजीब रस्में निभाई जाती हैं, जिन्हें सुनकर आपको भी झटका लग सकता है।
हमारे पड़ोसी देश चीन में शादियों की ऐसी-ऐसी परंपरा हैं, जिन्हें जान आप जानकर हैरान रह जाएंगे। चीन के एक हिस्से में होने वाली दुल्हन को शादी से एक महीना पहले रोजाना एक घंटे रोना पड़ता है। ऐसा इसलिए क्योंकि इस रस्म को यहां के लोग दुल्हन के वैवाहिक जीवन के लिए अच्छा शकुन मानते हैं। वहीं चीन के एक इलाके में होने वाले दंपती को पहले मुर्गे की चीड़फाड़ करके उसका लीवर निकालना पड़ता है, जिसके बाद उनकी शादी की तारीख फिक्स की जाती है।
बोर्नियो के एक इलाके में शादी वाले दिन लड़का और लड़की को एक कमरे में बंद कर दिया जाता है, जिसके बाद उन्हें कहीं जाने की इजाजत नहीं होती है। यहां तक कि वह इस दौरान बाथरूम भी नहीं जा सकते। इस परंपरा के पीछे वहां के लोगों का मानना है कि इससे उनका विवाह बंधन मजबूत होता है।
साउथ कोरिया में शादी के समय एक अजीब परंपरा निभाई जाती है। यहां दुल्हन को घर ले जाने से पहले दूल्हे को अपने जूते निकालने पड़ते हैं, जिसके बाद उसकी टांगों को रस्सी से बांधा जाता है। इसके बाद दूल्हे के दोस्त बारी-बारी से उसके पैरों को छड़ी या सूखी मछली से पीटते हैं, जिसे सजा से ज्यादा मनोरंजक माना जाता है।
यह परंपरा मूल रूप से दूल्हे की ताकत को परखने के लिए की जाती है। यही नहीं, दूल्हे की पिटाई के दौरान दुल्हन के परिवार वाले लगातार उससे सवाल करते हैं ताकि उसके चरित्र को पहचाना जा सके।
जर्मनी में नवविवाहितों को आशीर्वाद देने का अपना एक तरीका है। शादी के दिन सभी मेहमान दुल्हन के घर पर मिलते हैं, जहां खाना खाने के बाद क्रॉकरी तोड़ने की रस्म की जाती है। इस परंपरा को दूल्हा-दुल्हन के लिए अच्छी किस्मत लाने के लिए किया जाता है। जर्मनी में निभाई जाने वाली इस परंपरा को पोल्टरबेंड भी कहा जाता है। यही नहीं इसके बाद नवविवाहित जोड़े को मिलकर उन चीनी मिट्टी के बर्तनों का ढेर साफ करना पड़ता है। माना जाता है कि इससे बुरी आत्माएं दूर होती हैं। इन बर्तनों को मेहमान बुरी आत्माओं को दूर भगाने के लिए भी जमीन पर फेंकते हैं।
जापानी दुल्हन अपनी शादी के दिन शिंटो समारोह मनाती हैं, जिसके लिए उसे सिर से लेकर पैर तक सफेद रंग के कपड़े पहनने होते हैं। यहां तक उसे अपने मेकअप को भी सफेद रखना पड़ता है। इसके पीछे वहां के लोगों का मानना है कि सफेद रंग उसकी पहली स्थिति को दर्शाता है। वैसे आपको बता दें कि एक पारंपरिक जापानी शादी के कपड़े आमतौर पर बहुत महंगे होते हैं, क्योंकि उन्हें पूरी तरह हाथ से सजाया जाता है।