नई दिल्ली : रेलवे बोर्ड ने रेल कर्मचारियों की सालों पुरानी मांग पूरी कर दी है. ट्रेन में तैनात रहने वाले गार्ड (Train Guard) को अब ट्रेन मैनेजर (Train Manager) के नाम से जाना जाएगा. इस बारे में रेलवे बोर्ड (Railway Board) की तरफ से सभी रेलवे के जनरल मैनेजर्स को पत्र जारी किया गया है. रेलवे कर्मचारी यूनियन की तरफ से पिछले काफी समय से इस बदलाव की मांग की जा रही थी.
इस फैसले को तत्काल प्रभाव से लागू किया जाएगा. सार्वजनिक रूप से इंडियन रेलवे के ऑफिशियल अकाउंट पर भी इसकी घोषणा कर दी गई है. रेलवे बोर्ड के फैसले कर्मचारियों की सालों पुरानी मांग पूरी हुई है. 2004 से गार्ड का पदनाम बदलने की मांग की जा रही थी. इसके पीछे तर्क दिया जा रहा था कि गार्ड का काम सिर्फ सिग्नल के लिए झंडी और टार्च दिखाना नहीं है.
ट्रेनों में यात्रियों की जरूरतों को पूरा करने के साथ ही पार्सल सामग्री का निष्पादन, यात्रियों की सुरक्षा और ट्रेन की संरक्षा भी गार्ड के जिम्मे है. ऐसे में पदनाम बदलना काफी जरूरी है. रेलवे अधिकारियों ने बताया कि पदनाम बदलने से जिम्मेदारी में कोई बदलाव नहीं होगा.
- असिस्टेंट गार्ड-असिस्टेंट पैसेंजर ट्रेन मैनेजर
- गुड्स गार्ड-गुड्स ट्रेन मैनेजर
- सीनियर गुड्स गार्ड-सीनियर गुड्स ट्रेन मैनेजर
- सीनियर पैसेंजर गार्ड-सीनियर पैसेंजर ट्रेन मैनेजर
- मेल / एक्सप्रेस गार्ड-मेल/एक्सप्रेस ट्रेन मैनेजर