Zomato के चीफ फाइनेंसियल अधिकारी, अक्षत गोयल (Akshant Goyal) ने कंपनी के शेयरधारकों को एक पत्र लिखा है. जिसमें उन्होंने कहा कि, जनवरी के महीने में, हम लगभग 225 छोटे शहरों से बाहर निकल गए हैं, कंपनी ने अक्टूबर-दिसंबर तिमाही (Q3FY23) से जुड़ी रिपोर्ट जारी कर दी है. इसमें सकल ऑर्डर मूल्य (GOV) का 0.3 फीसदी का योगदान रहा है. गोयल ने शेयरधारकों से कहा कि, यह एक चुनौतीपूर्ण वातावरण बना हुआ है, लेकिन हम हाल के हफ्तों में मांग में सुधार देख रहे हैं, जो हमें विश्वास दिलाता है कि सबसे बुरा समय निकल गया है.
जोमैटो की सालाना रिपोर्ट के मुताबिक, पिछले साल 2021-22 में कंपनी ने फूड ऑर्डरिंग और डिलीवरी का बिजनेस देश के 1,000 से अधिक शहरों में चल रहा था. जिसे अब सीमित कर दिया गया है. गोयल ने कहा कि, पिछली कुछ तिमाहियों में इन (225) शहरों का प्रदर्शन अच्छा नहीं होने के कारण हमें ऐसा करना पड़ा है. इन शहरों से अपने हाथ खींच लिए हैं. इन शहरों से हटने से कंपनी की लागत पर कोई प्रभाव पड़ेगा या नहीं. इस बारे में गोयल ने कहा कि, बहुत ज्यादा असर नहीं पड़ेगा.
जोमैटो के शेयरों में गिरावट देखने को मिली है. शुक्रवार सुबह के कारोबार में कंपनी का शेयर बीएसई पर 1.47 प्रतिशत गिरकर 53.60 रुपये पर आ गया. एनएसई पर यह 1.38 प्रतिशत गिरकर 53.65 रुपये पर पहुंच गया है. इस बीच, 30 शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स 118.15 अंक या 0.19 प्रतिशत की गिरावट के साथ 60,688.07 पर कारोबार कर रहा था.
गुरुग्राम स्थित जोमैटो कंपनी का कहना है कि, अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में उसका राजस्व 75 फीसदी बढ़कर 1,948 करोड़ रुपये पहुंच गया है. वही कंपनी का नुकसान 5 गुना बढ़कर 346 करोड़ रुपये हो गया है. साल-दर-साल आधार पर, 31 दिसंबर को समाप्त 3 महीने की अवधि के लिए कंपनी के राजस्व में 30 फीसदी की वृद्धि देखी गई है. इससे पहले Zomato ने सितंबर तिमाही में 1,581 करोड़ रुपये और दिसंबर 2021 को समाप्त तिमाही में 1,200 करोड़ रुपये की तुलना में 1,565 करोड़ रुपये पर समायोजित राजस्व कमाया है.