अमरनाथ : अमरनाथ में पवित्र गुफा के आसपास पहाड़ों पर मंगलवार को भारी बारिश हुई। इससे दोपहर करीब 3 बजे अमरनाथ गुफा के पास बने तालाबों और झरनों में बाढ़ आ गई। 8 जुलाई 2022 को भारी बारिश से आई बाढ़ जैसे हालात इस बार न बनें, इसलिए चार हजार से ज्यादा तीर्थयात्रियों को तुरंत बाहर निकाला गया। सभी को पंचतरणी भेजा गया है।
भगवती नगर बेस कैम्प से मंगलवार को 2100 तीर्थयात्रियों के साथ 26वां जत्था पवित्र गुफा के लिए रवाना हुआ था। इस साल किसी भी जत्थे में यह सबसे कम यात्री संख्या थी। CRPF की सुरक्षा में 73 गाड़ियों का काफिला रवाना हुआ था। इनमें 23 गाड़ियों में 815 तीर्थयात्री बालटाल के लिए और 49 गाड़ियों में 1 हजार 374 तीर्थयात्री पहलगाम के लिए निकले थे।
परंपरा के मुताबिक अमरनाथ यात्रा रक्षाबंधन तक जारी रहती है। इस साल श्रावण पूर्णिमा यानी रक्षाबंधन 11 अगस्त को है। इसी दिन तक श्रद्धालुओं को पवित्र गुफा तक जाने की अनुमति रहेगी। इसके बाद भारी बर्फबारी के चलते अगले साल तक इसे तीर्थयात्रियों के लिए बंद रखा जाएगा। हर साल यात्रा शुरू होने से पहले सेना और जम्मू-कश्मीर पुलिस पूरे रास्ते को सैनिटाइज करते हैं और श्रद्धालुओं के लिए जरूरी इंतजाम करते हैं।