महंगाई से आम आदमी को एक बार फिर राहत मिलने की उम्मीद है। खाने का तेल में और गिरावट आने की उम्मीद की जा रही है। Commodity की कीमत पर मंगलवार को IMC की अहम बैठक होगी। इस बैठक में MRP, तिलहनों के स्टॉक लिमिट पर पुनर्विचार किया जाएगा। इसके अलावा stock limit और Palm Oil वायदा पर भी विचार-विमर्श किया जाएगा।
इससे पहले शुक्रवार को खाद्य सचिव की अध्यक्षता में हुई बैठक में खाद्य मंत्रालय ने सनफ्लावर व सोयाबीन के तेल को लेकर चर्चा की। बैठक में खाने के तेल की MRP 8-15 रुपये लीटर घटाने के लिए कहा गया। TRQ quantity और पाम तेल के वायदा कारोबार को लेकर चर्चा भी हुई। इसके दामों पर प्रभाव को लेकर भी बातचीत हुई।
सरकार का मकसद है कि त्योहारों के दौरान commodity की कीमतें नहीं बढ़े। इसके लिए बाजार में पर्याप्त स्टॉक उपलब्ध हो। इस बैठक में गेहूं इम्पोर्ट पर ड्यूटी घटाने पर भी विचार होगा। चावल की बढ़ती कीमत और कम बुवाई के अनुमान को देखते हुए export पर regulation को लेकर चर्चा। Edible Oil MRP में और आगे कटौती पर भी चर्चा हो सकती है।
इससे पहले खाद्य सचिव की अध्यक्षता में शुक्रवार को हुई बैठक में sunflower and Soya oil को लेकर खाद्य मंत्रालय ने चर्चा की। बैठक में खाने के तेल की कीमतों को 8-15 रुपये और घटाने की बात कही गई। TRQ quantity और palm oil के future कारोबार पर चर्चा हुई। खाद्य सचिव ने Edible Oil Associations को import पर निर्भरता कम करने और सरकार के साथ मिलकर घरेलू उत्पादन बढ़ाने के उपाय करने को कहा।