हल्द्वानी : (आरएनआई) हल्द्वानी के बनभूलपुरा क्षेत्र में गुरुवार को बवाल हो गया. मलिक के बगीचे में अवैध कब्जे तोड़ने गई नगर निगम और पुलिस की टीम पर स्थानीय लोगों ने पथराव कर दिया. इसमें रामनगर कोतवाल समेत 50 से अधिक पुलिस कर्मी घायल हो गए. हल्द्वानी में हिंसा भड़कने के बाद सुरक्षा के लिहाज से पूरे क्षेत्र में इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई है. बवाल के बाद शहर छावनी में तब्दील हो गया है. प्रशासन ने देर शाम उपद्रवियों के पैर में गोली मारने के आदेश जारी किए. एक को गोली लगने की सूचना है.
उपद्रवियों ने नगर निगम की जेसीबी तोड़ दी और पुलिस जीप, ट्रैक्टर समेत कई वाहनों पर आग लगा दी. छतों पर मौजूद युवा लगातार पथराव कर रहे हैं. पुलिस ने भी बचाव में पथराव किया और कई राउंड आंसू गैस के गोले भी दागे. देर शाम उपद्रवियों ने बनभूलपुरा थाना फूंक दिया.
वहीं शाम तक जारी आगजनी की घटना के बीच पुलिस को उपद्रवियों को भगाने के लिए पैर में गोली मारने के आदेश भी जारी हो गए. इसी बीच फायरिंग में एक व्यक्ति को गोली लगने की सूचना है. नगर निगम ने बनभूलपुरा के इंदिरा नगर इलाके में मलिक के बगीचे में बने मस्जिद और मदरसे को तोड़ने की बृहस्पतिवार की दोपहर से तैयारी शुरू कर दी थी.
दोपहर ढाई बजे तक कोतवाली के बाहर हल्द्वानी के आसपास के थानों की फोर्स और तीन बस रिजर्व पुलिस की पहुंच गई थी. शाम को पुलिस फोर्स के साथ टीम ने अतिक्रमण ढहाने पहुंची. इसका स्थानीय लोगों ने विरोध शुरू कर दिया. प्रदर्शनकारियों ने मौके पर मौजूद नगर निगम की जेसीबी भी तोड़ दी. इससे करीब 15 मिनट तक काम रुका रहा.
इस बीच दूसरे जिलों से और फोर्स बुला ली गई. इस बीच दोबारा अतिक्रमण टीम ने ढहाना शुरू किय. लोगों ने फिर पत्थर बरसाने शुरू कर दिए. नगर निगम के ट्रैक्टर को पलट दिया. उपद्रवियों को रोकने के लिए पुलिस को कई राउंड आंसू गैस के गोले दागने पड़े. इसके बाद भी पथराव जारी रहा.
हिंसा के दौरान कवरेज के लिए गए अमर उजाला के फोटोग्राफर भी बुरी तरह से जख्मी हो गए. उनके सिर पर गहरी चोटें आई हैं.