दिल्ली : कोरोना की रफ़्तार थोड़ी धीमी पड़ी ही थी कि एक नई चेतावनी ने सबको हिलाकर रख दिया. एक स्टडी में चौंकाने वाला दावा किया गया है. स्टडी में बताया गया है कि चूहों और बंदर प्रजाति के जीवों से अगला कोरोना वायरस फैल सकता है. इस स्टडी को पीएलओएस कम्प्यूटेशनल बायोलॉजी जर्नल में प्रकाशित किया गया है. इस रिसर्च पेपर में लिखा है कि हमारी स्टडी से पता चलता है कि चूहों को वंशानुगत तौर पर सार्स जैसे कोरोना वायरस के साथ बार-बार संक्रमित होते देखा गया है.
अमेरिका की प्रिंसटन यूनिवर्सिटी Princeton University और ब्राजील की फेडरल यूनिवर्सिटी ऑफ अमेजोन्स Federal University of Amazonas की स्टडीज में चेतावनी दी गई है कि चूहों और बंदर प्रजाति के जीवों से अगला कोरोना वायरस फैल सकता है. न्यू जर्सी के प्रिंसटन यूनिवर्सिटी के रिसर्चर्स मॉलिक्यूलर बायोलॉजिस्ट Molecular Biologist सीन किंग sean king और कंप्यूटर साइंटिस्ट मोना सिंह Mona Singh ने विभिन्न स्तनपायी प्रजातियों का जीनोमिक विश्लेषण किया.
टीम ने पाया कि प्राइमेट (primates) यानी मनुष्य जैसे जीव और अन्य स्तनधारियों में, जिन्हें पहले से सार्स (SARS) के संक्रमित होने वाले जीव के रूप में नहीं जाना जाता है, एसीई 2 रिसेप्टर्स (ACE 2 receptors) होने के बहुत कम सबूत हैं. दोनों के जीनोमिक विश्लेषण में हालांकि चूहों के बीच एसीई 2 का तेजी से विकास देखा गया.
उधर, ब्राजील के मानौस स्थित फेडरल यूनिवर्सिटी ऑफ अमेजोन्स (Federal University of Amazons) के रिसर्चर्स ने आशंका जताई है कि इस बार महामारी ब्राजील के अमेजन जंगलों में मौजूद बैक्टीरिया और वायरस से फैल सकती है. इसके वाहक चूहे और बंदर हो सकते हैं. यूनिवर्सिटी के बायोलॉजिस्ट मार्सेलो गोर्डो (Marcelo Gordo) और उनकी टीम को हाल ही में कूलर में तीन पाइड टैमेरिन बंदरो की सड़ी हुई लाश मिली. किसी ने इस कूलर की बिजली सप्लाई बंद कर दी थी. इसके बाद बंदरों के शव अंदर ही सड़ गए. मार्सेलो और उनकी टीम ने बंदरों से सैंपल लिए.