नाथद्वारा : श्रीनाथजी की हवेली में गणगौर महोत्सव मनाया जा रहा है। आज चैत्र शुक्ल चतुर्थी मंगलवार को हरी गणगौर महोत्सव मनाया। हरी गणगौर चंद्रावलीजी के भाव से श्रीजी को नियम के पंचरंगी लहरिया वस्त्र में सजाया गया। गोस्वामी विशाल बावा ने श्रीजी को राग, भोग और सेवा के लाड़ लड़ाए। राजभोग झांकी में श्रीजी और श्रीलालन को अंगूर और चंदन पत्ती की मंडली में विराजित किया गया। कीर्तनकारों ने बैठे हरि राधा संग कुंज भवन अपने रंग सहित हरी गणगौर के पदों का गान किया।
सुबह 8 : 00 बजे शृंगार झांकी में गोस्वामी विशाल बावा ने श्रीजी के श्रीअंग पर पंचरंगी लहरिया का सूथन (पजामा), खुलेबंद के चाकदार वागा और चोली पहनाई। सफेद डोरिया के ठाड़े वस्त्र सजाए। श्रीमस्तक पर पंच रंगी लहरिया की छज्जेदार पाग, सिरपैंच, लूम, पन्ना की सीधी चंद्रिका और शीशफूल सुशोभित किया गया। श्रीकर्ण में पन्ना के दो जोड़ी कर्णफूल पहनाएं । श्रीकंठ में त्रवल के स्थान पर पन्ना का कंठा पहनाया गया।
श्रीजी को छोटा (कमर तक) हल्का शृंगार किया गया। पन्ना के सभी गहने पहनाए गए। गुलाबी और पीले फूलों की दो मालाजी पहनाई गई। श्रीहस्त में पुष्पछड़ी, लहरिया के वेणुजी और दो वेत्रजी (एक स्वर्ण का) सजाए। पट हरा और गोटी लहरियां की पधराई।