बीते कई दिनों से सोनू सूद आयकर विभाग के सर्वे को लेकर चर्चा में हैं। उनपर आईटी के अधिकारियों ने 20 करोड़ रुपये की टैक्स चोरी का आरोप लगाया है। सीबीडीटी ने एक बयान में कहा है कि अभिनेता और उनके सहयोगियों के परिसरों की तलाशी के दौरान 20 करोड़ रुपये की कर चोरी से संबंधित साक्ष्य मिले हैं।
सोनू सूद ने 20 करोड़ रुपये के टैक्स चोरी पर अपना पक्ष रखा है। उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा है- मैं अपनी क्षमता के मुताबिक मैं भारत के लोगों की भलाई के लिए काम करने का संकल्प ले चुका हूं। मैं इंतजार कर रहा हूं कि मेरे फाउंडेशन में जमा पैसों की आखिरी किश्त तक किसी भी तरह जरूरतमंद लोगों की जान बचा सकूं।' सोनू आगे लिखते हैं, मैंने कई मौकों पर बड़े-बड़ें ब्रान्ड को मेरी फीस के बदले लोगों की भलाई का काम करने के लिए कहा है। मेरा सफर जारी रहेगा। उन्होंने आखिर में लिखा है कि कर भला, हो भला और अंत भले का भला। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि हर बार कहानी बताने की जरूरत नहीं है। समय खुद ब खुद इसे बताएगा।
सोनू सूद ने लिखा- मेरे घर पर आए कुछ मेहमानों (इनकम टैक्स के अधिकारी) के कारण पिछले चार दिनों से लोगों की सेवा नहीं कर पा रहा था, लेकिन अब मैं लौट आया हूं। कर भला हो भला, अंत भले का भला।
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आयकर विभाग का कहना है कि उनके पास अभिनेता के खिलाफ पर्याप्त सबूत हैं। आयकर विभाग के अधिकारियों ने अपने बयान में कहा है कि अभिनेता ने फर्जी संस्थाओं से फर्जी और असुरक्षित ऋण के रूप में बेहिसाब पैसे जमा किए थे। सीबीडीटी के मुताबिक अभिनेता के मुंबई, लखनऊ, कानपुर, जयपुर, दिल्ली, गुरुग्राम समेत कुल 28 परिसरों पर छापेमारी की गई थी। साल 2020 में शुरू हुई इस खतरनाक महामारी से लगे लॉकडाउन के बीच सोनू सूद ने कई प्रवासी मजदूरों को उनके घरों तक पहुंचाते हुए नेक कार्यों की शुरुआत की थी। बस उस वक्त से लेकर आज भी मदद का सिलसिला लगातार जारी है। सोशल मीडिया पर लोग सोनू सूद से मदद मांगते हैं और अभिनेता उन्हें तुरंत मदद पहुंचाते हैं।