एप डाउनलोड करें

शिवाजी महाराज के ‘अपमान’ पर भड़की शिवसेना : शिंदे गुट के विधायक ने की राज्यपाल को हटाने की मांग

महाराष्ट्र Published by: Paliwalwani Updated Tue, 22 Nov 2022 02:27 AM
विज्ञापन
शिवाजी महाराज के ‘अपमान’ पर भड़की शिवसेना : शिंदे गुट के विधायक ने की राज्यपाल को हटाने की मांग
Follow Us
विज्ञापन

वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें

मुंबई : महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे नीत ‘बालासाहेबांची शिवसेना’ के विधायक संजय गायकवाड ने महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी द्वारा छत्रपति शिवाजी महाराज पर की गई टिप्पणी को लेकर सोमवार को उन्हें राज्य से बाहर स्थानांतरित करने की मांग की. बुलढाणा विधानसभा सीट से विधायक गायकवाड ने दावा किया कि कोश्यारी ने मराठा साम्राज्य के संस्थापक के खिलाफ टिप्पणी की है और अतीत में भी विवादों को जन्म दिया है.

विधायक ने कहा राज्यपाल को समझना चाहिए कि छत्रपति शिवाजी महाराज के आदर्श कभी पुराने नहीं पड़ते और उनकी तुलना दुनिया के किसी भी अन्य महान व्यक्ति से नहीं की जा सकती है. मेरा केन्द्र के भाजपा नेताओं से अनुरोध है कि जिस व्यक्ति को राज्य के इतिहास का नहीं पता है, कैसे यह काम करता है, उसे दूसरी जगह भेजा जाना चाहिए. गायकवाड मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे नीत बालासाहेबांची शिवसेना के विधायक हैं, जिसने महाराष्ट्र में भारतीय जनता पार्टी के साथ मिलकर सरकार बनायी है.

शिवाजी महाराज के ‘अपमान’ पर भड़की शिवसेना : छत्रपति शिवाजी महाराज के कथित अपमान को लेकर शिवसेना बीजेपी के खिलाफ हमलावर हो गई है। पहले राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने बयान दिया, इसके बाद बाद बीजेपी प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने एक टीवी चैनल पर बहस के दौरान कुछ ऐसा कह दिया जिसे शिवसेना ने आपत्तिजनक बताते हुए माफी की मांग की है। शिवसेना सांसद संजय राउत ने कहा कि राज्यपाल इसके पहले भी शिवाजी महाराज के खिलाफ आपत्तिजनक बयान दे चुके हैं। उन्होंने कहा कि राज्यपाल को उनके पद से हटाया जाना चाहिए।

गौरतलब है कि कोश्यारी ने शनिवार को राज्य के ‘आदर्श व्यक्तियों’ के संबंध में चर्चा करते हुए कहा था कि छत्रपति शिवाजी महाराज ‘पुराने जमाने’ के आदर्श व्यक्ति थे और साथ ही उन्होंने बाबासाहेब भीमराव आंबेडकर और केन्द्रीय मंत्री नितिन गडकरी का भी उल्लेख किया था. उनके इस बयान की राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी और शिवसेना के उद्धव ठाकरे नीत गुट ने आलोचना की थी. राज्यपाल ने औरंगाबाद में भाजपा नेता गडकरी और राकांपा प्रमुख शरद पवार को डी.लिट की उपाधि देने के बाद यह टिप्पणी की थी.

और पढ़ें...
विज्ञापन
Next