एप डाउनलोड करें

लाउडस्पीकर विवाद: राज ठाकरे का बड़ा ऐलान, लाउडस्पीकर के विरोध को लेकर सभी हिंदुओं से की अपील

महाराष्ट्र Published by: paliwalwani Updated Wed, 04 May 2022 12:12 AM
विज्ञापन
Follow Us
विज्ञापन

वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें

महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (MNS) के प्रमुख राज ठाकरे (Raj Thackeray) लगातार अपने बयानों के कारण सुर्खियों में हैं. अब एक बार फिर वह अपने एक ट्वीट को लेकर चर्चा में हैं. राज ठाकरे ने सोशल मीडिया पर एक बड़ा ऐलान कर दिया है. उन्होंने ट्विटर पर लाउडस्पीकर के विरोध को लेकर लोगों से एक अपील की है. उन्होंने कहा है कि 4 मई को जहां भी लोग अजान सुनें वहीं लाउडस्पीकर पर हनुमान चालीसा का पाठ करें. 

सभी हिंदुओं से राज ठाकरे की अपील

उन्होंने ट्वीट के टाइटल में लिखा है कि सभी को आह्वान, इसके बाद उन्होंने लंबे नोट में अपनी बात कही है. जिसमें लिखा है, 'मैं सभी हिंदुओं से अपील करता हूं कि कल, 4 मई, यदि आप लाउडस्पीकरों को अजान बजाते हुए सुनते हैं, तो उन्हीं जगहों पर लाउडस्पीकर पर हनुमान चालीसा बजाएं! तभी उन्हें इन लाउडस्पीकरों की बाधा का एहसास होगा!' 

क्या बोले राज ठाकरे 

राज ठाकरे ने 3 बिंदुओं में अपनी बात रखी. उन्होंने लिखा-

1  अपनी हनुमान चालीसा उन्हें सुनाइए . 2. सभी स्थानीय संस्थाओं और जागरूक नागरिकों की ओर से लाउडस्पीकर मस्जिदों से निकालने के लिए हस्ताक्षर मुहिम चलानी चाहिए और अपनी हस्ताक्षर किया हुआ निवेदन हर रोज पुलिस थाने में जा कर दें. 3. मस्जिदों पर लगे लाउडस्पीकर से होने वाली आवाज की तकलीफ की शिकायत 100 नंबर डायल कर पुलिस से रोज करें.

समाज के प्रति संवेदनशीलता को ध्यान में रखते हुए मस्जिदों पर लगे लाउडस्पीकर उतारने का फैसला जिन मस्जिदों से संबंधित लोगों ने लिया है मैं उनका स्वागत करता हूं. जिन इलाकों में मस्जिदों पर से लाउडस्पीकर हटाए गए हैं उन इलाकों में किसी भी तरह की तकलीफ वहां के लोगों को न हो इस बात का ख्याल हिंदू भाइयों को रखने की जरूरत है.

राज ठाकरे ने लोगों से की ये विनती 

राज ठाकरे ने अपने इस नोट में लिखा है, 'देश के तमाम हिंदू भाइयों से मेरी विनती है कि कल यानी ४ मई के दिन जहां-जहां लाउडस्पीकर पर अजान दी जाती है वहां आप लाउडस्पीकर पर हनुमान चालीसा लगाएं और लाउडस्पीकर से क्या तकलीफ होती है यह उन्हें भी समझने दें. हमें देश की कानून व्यवस्था बिगाड़नी नहीं है. देश में हम दंगे भी नहीं चाहते है. लेकिन अगर आप धर्म के लिए जिद्दीपन नहीं छोड़ेंगे तो, हम भी हमारी जिद्द नहीं छोड़ेंगे. हिंदू त्योहारों के वक्त साइलेंट जोन, स्कूल, अस्पताल इस तरह की शर्त लगाकर कई तरह के बंधन डाले जाते हैं... लेकिन सवाल जब मस्जिद का आता है तो किसी भी प्रकार कि कोई शर्त नहीं डाली जाती. भारतीय संविधान में वर्णित धर्मनिरपेक्षता की किस व्याख्या में ये बैठता है?'

हिंदूओं की ताकत दिखा दें

उन्होंने सबसे अंत में लिखा है, 'मुझे इस बात का पूरा एहसास है कि हमारे देश में ऐसे कई मुसलमान नागरिक है जिन्हें लाउडस्पीकर से तकलीफ होती है. मगर कट्टरवादी धर्मगुरु और मौलानाओं के सामने वह बोल नहीं पाते. मेरे तमाम हिंदू भाइयों को लाउडस्पीकर के खिलाफ अपना अभियान शुरू करना चाहिए. यह विषय 1 दिन में समाप्त होने वाला नहीं है. यह बात अपने मन में ठान ले देश की सभी सरकारों को लाउडस्पीकर बंद करने के लिए दबाव डालें. अंत में एक ही बात कहूंगा, हर राज्य के नागरिक अपने यहां की सरकारों को हिंदूओं की ताकत क्या है यह दिखा दें.'

और पढ़ें...
विज्ञापन
Next