जबलपुर : मध्यप्रदेश में बढ़ते कोरोना संक्रमण पर जबलपुर हाईकोर्ट ने स्वतः संज्ञान लिया है. कोर्ट ने सरकार से पूछा है कि तीसरी लहर से निपटने की क्या तैयारी है ? चीफ जस्टिस रवि मलिमठ और पीके कौरव की डबल बेंच ने राज्य सरकार से विस्तृत रिपोर्ट मांगी है. अगली सुनवाई दो सप्ताह बाद होगी. कोविड इलाज में हो रही अनियमितता और निजी अस्पतालों की मनमानी के मामले में हाईकोर्ट ने स्वतः संज्ञान लेते हुए जनहित याचिका के तौर पर सुनवाई शुरू की है.
इंदौर में अगले 7 दिन में पीक की आशंका : एक्टपर्ट बोले
इंदौर में कोरोना की तीसरी लहर विकराल स्थिति में पहुंच गई है. 16 दिन में संक्रमण 21 गुना फैल गया है. 9 दिन में ही 2981 नए मरीज मिल चुके हैं. एक्सपर्ट को आशंका है कि इंदौर में अगले सात दिन में ही कोरोना संक्रमण का पीक आ सकता है. पांच हजार मरीज रोज मिल सकते हैं. लगातार चार दिनों से मरीजों का आंकड़ा 500 पार जा रहा है. जिला आपदा प्रबंध समिति के सदस्य डॉ. निशांत खरे कहते हैं कि आने वाले दिनों में मरीजों की संख्या निश्चित तौर पर बढ़ेगी. यह बढ़ोतरी अप्रत्याशित होगी. पिछली लहर में हर दिन अधिकतम 1800 केस आए थे, इस बार रोज 5 हजार केस तक आ सकते हैं.
केस बढ़ रहे, तैयारियां पूरी : मंत्री बोले
चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने कहा है कि कोरोना से निपटने के लिए सभी तैयारी कर ली गई हैं. ऑक्सीजन का प्रबंध हर स्तर पर कर लिया गया है. एक महीने की दवाई प्रिक्योर कर ली हैं. कोरोना के केस बढ़ रहे हैं, लेकिन अच्छी बात यह है कि वैक्सीनेशन का असर दिख रहा है. अधिकतर केस एसिम्प्टोमैटिक हैं.
डॉक्टर, नर्स और स्वास्थ्यकर्मी काम करने से इंकार नहीं कर सकेंगे
मध्य प्रदेश में बढ़ते कोरोना को देखते हुए सरकार ने (इसेंशियल सर्विसेस मेंटेनेंस एक्ट) लागू कर दिया है. इसका गजट नोटिफिकेशन भी जारी कर दिया गया है. इसके तहत डॉक्टर, नर्स समेत स्वास्थ्य से जुड़े कर्मी काम करने से इंकार नहीं कर सकते हैं.