12 मार्च को रंग पंचमी है। रंग पंचमी पर इंदौर व् आस पास के शहरो में जम कर होली खेली जाती है| लाल, हरा, काला, सफेद सभी रंगों से लोग एक दूसरे को मलते हैं। कुछ लोग बाजार से ऐसे रंग लाने की कोशिश करते हैं जो यूं ही नहीं छूटते। लेकिन आप जानते हैं कि आप बाजार से केमिकल युक्त लाल, हरा, काला, सफेद और अन्य रंग खरीद रहे हैं। ये शरीर के अलग-अलग हिस्सों के लिए कितने हानिकारक हैं। इन पेंट्स में इतने खतरनाक केमिकल्स का इस्तेमाल होता है कि इनसे कैंसर होने का खतरा रहता है। आज हम यही जानने की कोशिश कर रहे हैं कि कौन सा रंग सेहत के लिए हानिकारक है।
लाल रंग
यह पेंट मरक्यूरिक सल्फाइट के मिश्रण को मिलाकर बनाया जाता है। अगर त्वचा लंबे समय तक इस रंग के संपर्क में रहे तो स्किन कैंसर होने का खतरा रहता है। इसका इस्तेमाल करते समय सावधान रहें।
काले रंग
ब्लैक पेंट लेड ऑक्साइड को मिलाकर तैयार किया जाता है। कई बार लोग जबरदस्ती मुंह में रंग भर लेते हैं। इस रंग के पेट में जाने से किडनी प्रभावित हो सकती है।
नीला रंग
इस रंग में प्यूसियन ब्लू पाया जाता है। यह त्वचा के लिए बहुत खतरनाक होता है। होली पर अधिक रगड़ने से त्वचा में गंभीर संक्रमण हो सकता है।
हरा रंग
हरा रंग कॉपर सल्फेट का मिश्रण होता है। यह आंखों के लिए बहुत अधिक हानिकारक होता है। यह रंग जाने पर भी आंखों की रोशनी जाने का खतरा रहता है।
चमकीले रंग
इस पेंट में एल्युमीनियम ब्रोमाइड का इस्तेमाल किया है। इससे त्वचा की कोशिका में जलन होती है और त्वचा कैंसर का खतरा होता है।