MP Shanti Vahan; मध्यप्रदेश में अब किसी गरीब को अपने परिजन का शव कंधे, साइकिल या ठेले पर नहीं ले जाना पड़ेगा। प्रदेश सरकार और राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (NHM) के सहयोग से अब सरकार 148 अत्याधुनिक शव वाहनों की सेवा शुरू करने जा रही है, जिससे अंतिम यात्रा सम्मानजनक हो सके।
अब किसी भी जरूरतमंद को सिर्फ 1080 नंबर पर कॉल करना होगा, और शव वाहन सीधे अस्पताल से घर तक शव को लेकर पहुंचेगा। इस सेवा की टेंडर प्रक्रिया पूरी हो चुकी है और एक महीने के भीतर सेवा शुरू होने वाली है।
सरकार जो नॉन-एसी वाहन तैयार कर रही है, वे शव वाहन के तौर पर काम आएंगे और इनमें जरूरी सुविधाएं मौजूद होंगी
इस सेवा को बेहतर ढंग से संचालित करने के लिए भोपाल में 24 घंटे चालू कॉल सेंटर तैयार किया जा रहा है। यहां से पूरे प्रदेश में शव वाहनों की उपलब्धता और मूवमेंट को डिजिटल डैशबोर्ड के जरिए ट्रैक किया जाएगा, जिससे जरूरतमंदों को तुरंत सहायता मिल सके।
फिलहाल यह सेवा आयुष्मान भारत योजना के लाभार्थियों को ही मिलेगी। यानी जिन लोगों के पास आयुष्मान कार्ड है, वे अस्पताल से घर तक शव ले जाने के लिए इस सेवा का लाभ ले सकेंगे। हालांकि, सरकार को यह सुझाव भी मिल रहा है कि यह सेवा आम मरीजों के परिजनों को भी दी जानी चाहिए, ताकि हर जरूरतमंद को मदद मिल सके।