ग्वालियर : (कर्ण मिश्रा)
ग्वालियर अंचल के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल में पदस्थ एक नर्स ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को पत्र लिखकर अपनी बेटी के साथ इच्छा मृत्यु के लिए अनुमति देने की मांग की है. नर्स का आरोप है कि गजरा राजा मेडिकल कॉलेज के डीन और जयारोग्य अस्पताल के अधीक्षक की प्रताड़ना से तंग आकर उसने यह कदम उठाया है. नर्स ने मुख्यमंत्री से 15 दिन के अंदर इच्छा मृत्यु की अनुमति देने या उक्त अधिकारियों को हटाने की मांग की है.
दरअसल, मूल रूप से इंदौर की रहने वाली पूनम सरनकर वर्तमान में ग्वालियर के जयारोग्य चिकित्सालय में बतौर नर्सिंग ऑफिसर पदस्थ हैं. पूनम ने 5 अप्रैल 2023 को मुख्यमंत्री को एक पत्र लिखा है, जिसमें उसने अपनी बेटी के साथ इच्छा मृत्यु की अनुमति देने की मांग की है. पूनम का आरोप है कि उसे छह महीने से वेतन नहीं मिला है. ऐसे में परिवार का भरण पोषण करना मुश्किल हो गया है. पूनम ग्वालियर में बेटी और माता-पिता के साथ किराए के मकान में रहती है, जबकि उनका पति इंदौर में छोटा-मोटा कारोबार कर अपना गुजारा करते हैं.
पूनम का आरोप है कि जयारोग्य अस्पताल के अधीक्षक डॉक्टर आर के एस धाकड़ मेरी सैलरी नहीं निकाल रहे हैं और गजरा राजा मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ अक्षय निगम ने उनके साथ अभद्रता की है. डीन ने एक युवक को भेजकर मैसेज भेजा था कि रात को आठ बजे के बाद आकर मिल लो, आपकी पूरी सैलरी दिलवा देंगे. इतना ही नहीं जब पीड़ित नर्स ने दोनों अधिकारियों की शिकायत की तो उसे लगातार नोटिस दिए जा रहे हैं, उस पर मानहानि का दावा करने की धमकी दी जा रही है. साथ ही उसकी शिकायत पुलिस से की है, जिसको लेकर वो अब थाने के चक्कर लगा रही है. इसी से परेशान होकर नर्स पूनम सरनकर ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को पत्र लिखकर बेटी के साथ इच्छा मृत्यु दिए जाने की मांग की है. वहीं जब इस बारे में हमारी टीम ने दोनों अधिकारियों से उनका पक्ष जानने की कोशिश की गई तो वो उपलब्ध नहीं हो सके.