जयपुर | मां के नाम का टैटू चाचा के हाथ पर देखा तो गुस्से का ठिकाना न रहा। मंगलवार देर रात भतीजे ने पहले तो चाचा के साथ जमकर शराब पी। फिर चाचा की हत्या कर दी। पुलिस ने 20 साल के भतीजे राज अग्रवाल और उसके दोस्त जसवंत नगर खातीपुरा निवासी 20 वर्षीय प्रकाश को गुरुवार को गिरफ्तार कर लिया था। वारदात रात करीब 11 बजे की है। वारदात के बाद रातभर चाचा का शव घर में पड़ा रहा और राज अग्रवाल अपने दोस्त के साथ शव को ठिकाने लगाने के लिए यू-ट्यूब पर वीडियो देखता रहा। उसी से उसे नमक डालने का आइडिया आया। इसके बाद बुधवार सुबह राज ने अपने दो और दोस्तों को घर बुलाया। उन्होंने किराए पर एक कार ली और लाश को ठिकाने लगा दिया।
ट्यूब के वीडियो को देखकर शव को एक बेडशीट और प्लास्टिक कवर में डाला। उस पर नमक डाला। फिर शव को पैक कर टैक्सी की डिक्की में रखा। कई घंटों तक शव को छिपाने के लिए घूमते रहे। बुधवार शाम 6 बजे भांकरोटा इलाके में नाईवाला स्थित आनंद विहार आवासीय योजना पहुंचे। वहां थोड़ी ऊंचाई पर बने टीले में चार फीट गड्ढा खोदकर शव को दफनाया।
गड्ढा खोदने के बाद राज व उसके तीनों दोस्त चाचा की लाश को कार की डिक्की से बाहर निकाल कर गड्ढे में डालने के लिए घसीट रहे थे। तभी दूर से एक चरवाहे ने युवकों को देख लिया। उसे शक हुआ। उसने आसपास के ग्रामीणों को बुला लिया। उन्होंने राज अग्रवाल और उसके दोस्त प्रकाश को पकड़ लिया। तब तक लाश को गड्ढे में गाड़ चुके थे। दो दोस्त भाग गए। ग्रामीणों के पूछने पर बहाना बनाते हुए कहा कि यू ट्यूब चैनल के लिए वीडियो बना रहे हैं। इसके लिए मोबाइल फोन से शूटिंग कर रहे थे। संदेह होने पर ग्रामीणों ने भांकरोटा पुलिस को सूचना दी। तब पूछताछ में अंडमान निकोबार के कारोबारी शशि अग्रवाल की हत्या का खुलासा हुआ। गुरुवार को शव को बाहर निकाला गया।