पोस्ट ऑफिस की ज्यादातर स्कीम में देश का कामकाजी वर्ग सबसे ज्यादा निवेश करता है। इसके पीछे की सबसे बड़ी वजह यह है कि, पोस्ट ऑफिस में कम रकम को भी निवेश करने का मौका मिलता है। इसके साथ ही पोस्ट ऑफिस बैंक और दूसरी संस्थाओं की अपेक्षा सबसे ज्यादा ब्याज देता है। ऐसे में अगर आप भी पोस्ट ऑफिस में निवेश करने की सोच रहे हैं। तो हम आपको पोस्ट ऑफिस की मासिक निवेश योजना (MIS) के बारे में बताने जा रहे हैं। जिसमें आप हर महीने 1 हजार रुपये निवेश करके रिटर्न के तौर पर लाखों रुपये पा सकते हैं।
MIS में कौन कर सकता है निवेश – की MIS योजना में कोई भी भारतीय नागरिक निवेश कर सकता है। मासिक निवेश योजना का अकाउंट खुलवाने के लिए अकाउंट होल्डर की उम्र कम से कम 18 साल होनी चाहिए। इसके अलावा एक व्यक्ति एक साथ अधिकतम 3 अकाउंट को होल्डर बन सकता है। इस स्कीम में आप 10 साल से उपर के बच्चों का नाम भी अकाउंट खुलवा सकते हैं। लेकिन इसका फायदा 18 साल की उम्र के बाद ही मिलता है।
MIS में कैसे कर सकते हैं निवेश – की इस स्कीम में सिंगल या जॉइट अकाउंट के तहत एक मुश्त राशि जमा की जाती है। जो कि 1 हजार रुपये से 4 लाख 50 हजार रुपये तक हो सकती है। उस राशि के हिसाब से आपके अकाउंट में हर महीने पैसा आता रहाता है। ह स्कीम 5 साल की है। यानी इसका का लॉक-इन पीरियड 5 साल का है। जिसे आगे भी 5-5 साल के लिए बढ़ाया जा सकता है।
MIS का मैच्योरिटी पीरियड – इस स्कीम में आपका किया हुआ निवेश 5 साल के लिए लॉक हो जाता है। जिसे आप 5 साल बाद बंद कर सकते हैं या फिर 5 साल के लिए आगे बढ़ा सकते हैं। वहीं इस दौरान अगर अकाउंट होल्डर की मृत्यु हो जाती है तो अकाउंट बंद करके पैसे को नॉमिनी को दे दिया जाता है।
मैच्योरिटी पीरियड से पहले ऐसे बंद होता है अकाउंट – पोस्ट ऑफिस की MIS स्कीम में आप अपना निवेश 1 साल तक नहीं निकाल सकते। अगर आप 1 से 3 साल के बीच में पैसे निकालते हैं। तो मूलधन की 2 फीसदी राशि काटकर पैसे लौटा दिए जाते हैं। वहीं अगर 3 से 5 साल के बीच में निवेश निकालते हैं। तो मूलधन में से 1 फीसदी राशि काटकर पैसे वापस कर दिए जाते है।
MIS पर मिलती है इतने प्रतिशत ब्याज – सरकार ने पोस्ट ऑफिस मंथली इनकम स्कीम के लिए 6.6 फीसदी सालाना ब्याज दर तय की है। अगर किसी निवेशक ने इसमें जॉइंट अकाउंट के जरिए 9 लाख रुपये का निवेश किया है तो सालाना उसका ब्याज 6.6 फीसदी की दर से 59,400 रुपए होता है। इस लिहाज से आपके ब्याज की मंथली रकम 4,950 रुपए होती है। जिसे आप हर महीने ले सकते है। इसके साथ ही इसमें इनकम टैक्स के सेक्शन 80C के तहत आय में छूट का दावा भी कर सकते हैं।