इंदौर :
फेस्टिवल के दूसरे दिन सीरियल ये रिश्ता क्या कहलाता है की लेखिका मुनिषा राजपाल ने बच्चों की मास्टर क्लास ली साथ ही बच्चों की लेखनी सुधारने और सीरियल का प्लॉट रेडी कैसे करते है ये सिखाया. इसके अलावा दूसरे दिन खास चर्चा में एक्टर हिमानी शिवपुरी और राजेंद्र गुप्ता ने छात्रों के साथ चर्चा की और अपने फिल्म जगत और टीवी से जुड़े किस्से साझा किए.
हिमानी जी ने बताया की कैसे उन्होंने बायो केमेस्ट्री में डिग्री के बाद थिएटर का रुख किया और फिर उनका सीरियल और फिल्मों का सफर शुरू हुआ और उनसे जब पूछा गया कि वो फ़िल्म या थिएटर में से क्या चुनेंगी तो उन्होंने थिएटर को अपना पहला प्यार बताते हुए चूना... राजेंद्र गुप्ता जी ने बताया की कैसे फिल्मों का सफर शुरू किया थिएटर में क्या गुण सीखे…इसके अलावा उन्होंने बताया की कैसे फिल्म जगत का काम होता है.
उन्होंने ये भी बताया कि थिएटर में व्यक्ति ज्यादा सीखता है, फिल्म और सीरियल के मुकाबले, और एक्टिंग में रुचि रखने वाले बच्चो को कहा की किसी भी कैरेक्टर के लिए तैयारी के लिए जरूरी है कि स्क्रिप्ट ज्यादा से ज्यादा पढ़े उसे समझे.. जितनी अंदर की खोज रहेगी के कैसे मैं अपने किरदार के साथ न्याय कर रहा हूं..जब आपको लगे के आप न्याय कर रहे हैं... तब आपके किरदार भी लोग पसंद करेंगे और अंत में बच्चो को कहा कि ईमानदार और मेहनत बहुत जरूरी है, हर मुश्किल का सामना करें और पीछे न हटे... आपको हर सिचुएशन से डील करना आना चाहिए।
मास कम्युनिकेशन विभाग के हेड और इवेंट के ऑर्गनाइजर डॉ. जुबैर खान ने बताया कि पिछले 5 सालों से लगातार फिल्म फेस्टिवल का आयोजन किया जा रहा है… इस फेस्टिवल का मुख्य उद्देश्य है की बच्चों को फिल्म जगत की बारीकियों से रूबरू कराया जाए, उनमें जागरूकता पैदा की जाए, और बच्चों को इवेंट कैसे संभालते है कार्य कैसे करते है वो सिखाया जाए…डॉ. जुबैर ने कहा की इस बार के फिल्म फेस्टिवल में ये खास यह है कि इस बार इवेंट को कोऑर्डिनेट करने वाली टीम में लड़कियां ज्यादा है.. इवेंट हेड ईशा वर्मा और यशी अग्रवाल है… डॉ खान ने जानकारी दी की इस बार फेस्टिवल में रीजनल सिनेमा को भी अहमियत दी गई है…क्योंकि भारतीय सिनेमा में रीजनल मूवीज का अहम योगदान है।
अंतर्राष्ट्रीय फिल्म फेस्टिवल के अंतिम दिन 9 अप्रैल 2023 को बॉलीवुड सिंगर निखिल डिसूजा का कॉन्सर्ट होगा और साथ ही इंटरनेशनल डीजे कार्निवोर भी परफॉर्म करेंगे । इसके अलावा फेस्टिवल के दौरान 48 घंटे की शार्ट फिल्म मेकिंग प्रतियोगिता के अंतर्गत प्राप्त हुई 10 मिनट के शार्ट फिल्मों का प्रदर्शन होगा जिसमें उत्कृष्ट फिल्मों को पुरस्कृत किया जाएगा।