इंदौर: चुनाव आयोग और विपक्षी दलों के बीच वैचारिक टकराव के बीच राहुल गांधी की 'वोटर अधिकार यात्रा' का वरिष्ठ कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने स्वागत किया है. दिग्विजय सिंह इंदौर में कांग्रेस के पूर्व विधायक सत्यनारायण पटेल की लिखी 'भारत जोड़ो यात्रा एवं भारत जोड़ो न्याय यात्रा' पर आधारित एक पुस्तक के विमोचन करने पहुंचे थे. दिग्विजय सिंह ने कहा, चुनाव आयोग को राहुल गांधी से बार-बार हलफनामा मांगने के बजाय राहुल गांधी ने जो तर्क प्रस्तुत किए हैं उनके उत्तर देना चाहिए.
दिग्विजय सिंह ने कहा कि "निर्वाचन आयोग को पूरे देश की वोटर लिस्ट की सॉफ्ट कॉपी उपलब्ध कराना चाहिए, जिससे सभी राजनीतिक दल मतदाताओं के नाम की जानकारी ले सकें कि एक पोलिंग पर कितने मतदाता हैं, उनके नाम एक बार हैं या अनेक बार हैं या जिनके नाम है उनकी फोटो है कि नहीं है.
उन्होंने कहा कि "निर्वाचन आयोग ने जिस प्रकार से नाम जोड़े और काटे हैं, इसका प्रेस कॉन्फ्रेंस में कोई जिक्र भी नहीं किया." बता दें कि आज यानी 17 अगस्त को निर्वाचन आयोग ने राहुल गांधी द्वारा चुनाव आयोग पर लगाए गए वोट चोरी के आरोपों का जवाब देने के लिए एक प्रेस कांफ्रेंस की थी."
राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह ने कहा, "यदि आयोग ने माना है कि 65 लाख वोट डिलीट हो गए तो सॉफ्ट कॉपी देने में बुराई क्या है. अनुराग ठाकुर के पास वोटर लिस्ट कहां से आई, यह निर्वाचन आयोग नहीं बता रहा. इसलिए राहुल गांधी ने 'वोट अधिकार यात्रा' शुरू की है, जिसका स्वागत है.
चुनाव आयोग ने रविवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करके विपक्ष द्वारा चुनाव आयोग की विश्वसनीयता पर लगाए जा रहे आरोपों का जवाब दिया. मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने बिना किसी का नाम लिए कहा, "या तो वोट चोरी के सबूत देने होंगे या फिर देश से माफी मांगनी होगी. आरोप लगाकर कोई भाग नहीं सकता. सच-सच होता है और सूरज पूरब से ही उगता है किसी के कहने पर पश्चिम से नहीं उगता. 7 दिन में अगर जवाब नहीं दिया जाता तो माना जाएगा आरोप निराधार हैं.