रोहित पचौरिया
इंदौर.
एक बार फिर एक ऐसी घटना सामने आई है, जिसने शहरवासियों को हैरान कर दिया है. शहर के ऐतिहासिक किंग एडवर्ड मेडिकल कॉलेज में बीती रात कुछ युवाओं ने 'भूतिया पार्टी' का आयोजन किया, जिसके चलते इस धरोहर को काफी नुकसान पहुंचा है.
इंदौर की ऐतिहासिक इमारत में मनी भूतिया पार्टी का मामला गरमाता जा रहा है. किंग एडवर्ड मेडिकल स्कूल बिल्डिंग में उक्त पार्टी जैन सोशल ग्रुप द्वारा मनाई गई थी. खबरों के अनुसार, ग्रुप ने सिर्फ स्मारक को देखने की अनुमति मांगी थी, लेकिन उसने यहां कंकागल, कब्रों और खून जैसे दिखने वाले लाल रंग के केमिकल से फव्वारे भी चला दिए और दिवार पर लिख दिया - ''ओ स्त्री कल आना...''.
भूतिया आयोजन यहां स्वीकार नहीं : अब इस मामले में एमटीए के अध्यक्ष डॉ. राहुल रोकड़े ने मीडिया से कहा कि उक्त मामले में जैन सोशल ग्रुप के खिलाफ एफआईआर दर्ज की जानी चाहिए. आयोजकों ने स्मारक भवन और चिकित्सकीय बिरादरी को अपमानित कर नियमों को तोड़ा है. रोकड़े ने उक्त इमारत को चिकित्सा शिक्षा की विरासत बताते हुए कहा कि इस तरह के भूतिया आयोजन यहां स्वीकार नहीं हैं.
गंगाजल से शुद्धिकरण : वहीं एमजीएम मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ. संजय दीक्षित भी बयान देते हैं कि जैन सोशल ग्रुप ने सिर्फ स्मारक के अवलोकन की अनौपचारिक अनुमति ली थी, लेकिन हमने हैलोवीन (भूतिया) पार्टी की अनुमति नहीं दी. मालूम हो कि इस भूतिया पार्टी के बाद बिल्डिंग का गंगाजल से शुद्धिकरण भी किया गया था.
बता दें कि किंग एडवर्ड मेडिकल कॉलेज की स्थापना 1848 में हुई थी और यह मध्य भारत का सबसे पुराना कॉलेज भवन है. यह फ्रेंच गोथिक शैली की वास्तुकला का एक शानदार उदाहरण है. हालांकि, कई वर्षों से यह भवन जर्जर हालत में है और इसे बचाने के लिए कई प्रयास किए गए हैं, लेकिन अभी तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है.