इंदौर :
गर्मी का मौसम आया नहीं कि आए दिन आगजानी की खबरें अब परवान चलने लगी. एक ऐसा ही हादसा मध्य प्रदेश के शहर इंदौर के छोटी ग्वालटोली क्षेत्र में शनिवार शाम एक आइल बेचने वाली दुकान में अचानक आग लग गई. आइल ने तेजी से आग पकड़ी और आसपास की दुकानों को चपेट में लेना शुरू कर दिया. फायर ब्रिगेड की दमकलों को मौके पर पहुंचने में आधे घंटे का समय लगा. तब तक 12 से ज्यादा दुकानें जलकर खाक हो गई.
हादसे का शिकार हुई दुकानों में बस ट्रेवर्ल्स एजेंसी, वाहनों पार्ट्स और आटो गैराज की दुकाने संचालित होती थी. दुकानों के साथ बिजली की लाइनें भी जल गई, क्योकि दुकानें अतिक्रमण कर बनाई गई है और बिजली के पोल भी दुकानों के भीतर छुपे हुए थे. टीन शेड की यह दुकानें एक-दूसरे से सटी हुई थी, इसलिए सभी ने जल्दी आग पकड़ ली. घटना में नगर निगम इंदौर की लापरवाही भी साफ नजर आई. अगर समय रहते दुकानदारों से अतिक्रमण हटा लेते तो संभवता हादसा नहीं होता.
दुकानदारों को दुकानों में रखे कीमती सामान की चिंता भी सता रही थी. फायरब्रिगेडकर्मी पानी की जब बौछार मार रहे थे तो दुकानदार जलती हुई दुकानों से सामान निकालने की कोशिश भी करते रहे. वे जलने से खाक हुआ सामान निकाल कर सुरक्षित स्थानों पर रख रहे थे. इस हादसे में लाखों रुपये का सामान जलकर राख हो गया. जब दुकानों में आग लगी तो तीन दोपहिया वाहन और एक रिक्शा भी वहां खड़े थे. उन्हें भी उनके मालिक हटा नहीं पाए और वह भी जलकर राख हो गई.
गांधी हॉल फायर ब्रिगेड स्टेशन प्रभारी सुशील दुबे ने बताया कि आग शार्ट सर्किट के कारण लगी. जो पहली दुकान चपेट में आई. उसमें आइल के डिब्बे भरे थे. इस वजह से तेजी से आग लगी. दमकलें जब पहुंची, तब तक आठ से दस दुकानें धू-धू कर जल रही थी. आग पर पौन घंटे की मशक्कत के बाद काबू पाया जा सका. 10 टैंकरों से ज्यादा पानी आग बुझाने के लिए लग गए. आग लगने के कारण पटेल ब्रिज, आएनटी मार्ग का यातायात भी भी पूरी तरहा प्रभावित हुआ.