इंदौर :
उक्त प्रशिक्षण कार्यशाला में अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त जोन-4 इंदौर श्री अभिनय विश्वकर्मा की विशेष उपस्थिति में, सहायक पुलिस आयुक्त सराफा श्री एस.के.एस. तोमर, सहायक पुलिस आयुक्त अन्नपूर्णा श्री बी.पी.एस. परिहार एवं सीन ऑफ क्राइम यूनिट इन्दौर के वरिष्ठ वैज्ञानिक अधिकारी श्री बी. एल. मंडलोई द्वारा इंदौर पुलिस जोन-4 के विभिन्न स्थानों के प्रधान आरक्षक से निरीक्षक स्तर तक के विवेचना अधिकारियों को विभिन्न दुर्घटनाओं के अपराधों में बेहतर विवेचना करने तथा उनमें फोरेंसिक साक्ष्यों के महत्व एवं अनुसंधान में इनका उपयोग किस प्रकार किया जाए इसके संबंध में प्रशिक्षण दिया गया।
उक्त प्रशिक्षण कार्यशाला में वरिष्ठ पुलिस अधिकारियो एवं वैज्ञानिक अधिकारी द्वारा उपस्थित सभी विवेचना अधिकारियों को वाहन दुर्घटना के घटना स्थल निरीक्षण एवं विवेचना में पूर्ण संवेदनशीलता के साथ कार्यवाही करने के साथ ही उन्हें बताया कि, अपराधों में हर स्तर पर बारीकी से जांच होनी चाहिए, क्योंकि इन अपराधों की विवेचना में फोरेंसिक साक्ष्य अत्यंत महत्वपूर्ण भूमिका निभाते है अतः इन्हें सहेजने व अपराधों की विवेचना में इनका प्रयोग करने में पूर्ण सावधानी बरतनी चाहिए तथा जांच के दौरान सभी वैज्ञानिक पहलुओं का विशेष ध्यान रखना चाहिये। इस दौरान घटनास्थल का डमी सीन बनाया जाकर एफएसएल अधिकारी श्री बीएल मंडलोई ने सभी को व्यवहारिक प्रशिक्षण भी दिया।