इंदौर : 6 मार्च को ए. सेक्टर मे आज समुद्रमंथन के दौरान अमृत कलश की प्रप्ति हुई, जो जनकल्याण का कारक बनी, आज भी मंथन हमारे जीवन का अभिन्न अंग है. उक्त विचार महंत कमल गिरी ने कथा मे व्यक्त किये. उन्होंने कहा कि आज भी मंथन हमारे जीवन मे बहुत महत्व रखता.
इस अवसर पर पूर्व मंत्री दिलीप राजपाल ने महंत कमलगिरी महाराज का पुष्प माला पहनाकर गुरूजी का सम्मान किया. स्थानीय निवासीयों ने समुद्र मंथन से अमृत कलश निकलने पर पुष्पवर्षा की और नृत्य किया तथा यजमान जानकीलाल मेरिया, घनश्याम मेरिया ने दिलीप राजपाल एडवोकेट और जानकीलाल पटेरिया का शाल सिरीफल से स्वागत किया.
गोस्वामी महंत कमल गिरी महाराज ने समुद्र मंथन का विस्तार से वर्णन करते हुए 14 रत्नओ का वर्णन किया. सभी धर्म प्रेमीयों ने मंत्र मुग्ध हो कर कथा का श्रवण किया.
इस अवसर पर मेरिया परिवार के कमलेश, मुकेश, कैलाश, मनोज वर्मा सहित बड़ी संख्या मे स्थानीय धर्म प्रेमीयों ने कथा का लाभ लिया. पंडित युगल किशोर शर्मा ने भजन की प्रस्तुत किये. यह जानकारी जानकीलाल पटेरिया ने पालीवाल वाणी को दी.