विनोद गोयल
इंदौर. स्कीम 71, पश्चिम रिंग रोड दस्तूर गार्डन पर म.प्र. वैश्य महासम्मेलन की मेजबानी में चल रहे अ.भा. वैश्य युवक-युवती परिचय सम्मेलन में रविवार को जहां वैश्य बंधुओं की उपस्थिति ने नए कीर्तिमान स्थापित किए, वहीं तय हुए रिश्तों की संख्या भी सारे कीर्तिमानों को पार कर गई.
सम्मेलन के मुख्य अतिथि म.प्र. वैश्य कल्याण ट्रस्ट के अध्यक्ष गिरीश अग्रवाल एवं संगठन के प्रांताध्यक्ष उमाशंकर गुप्ता ने भी अन्य अतिथियों के साथ सम्मेलन स्थल की व्यवस्थाओं का अवलोकन कर अपने उदबोधन में कहा कि इस सम्मेलन में मातृशक्ति पुरुषों के बराबर कंधे से कंधा मिलाकर काम कर रही है.
उन्होंने करतल ध्वनि के बीच पांडाल में उपस्थित हजारों वैश्य बंधुओं से आग्रह किया कि वे इन महिलाओं के सम्मान में खड़े होकर इनका अभिनंदन करें. उन्होंने पांडाल में घूमकर अनेक प्रत्याशियों एवं अभिभावकों से भी बातचीत की और दूर-दराज से आए शहरों के प्रत्याशियों और पालकों के इंदौर आगमन पर उनका धन्यवाद व्यक्त किया.
आज दिनभर में करीब 885 प्रत्याशियों ने मंच पर आकर अपना परिचय दिया. इनमें अधिकांश प्रत्याशियों ने अन्य सभी वैश्य घटकों के जीवन साथी के चयन पर अपनी सहमति जताई. करीब 25 घटकों और 12 राज्यों के प्रत्याशी इस सम्मेलन में मौजूद रहे. समाचार लिखे जाने तक दोनों दिनों में 2 हजार से अधिक प्रत्याशियों ने मंच से परिचय दिए, वहीं इनमें लगभग 250 रिश्ते तय होने की स्थिति में पहुंच गए हैं.
रविवार होने के कारण आज सुबह जल्दी ही प्रत्याशियों और पालकों के आगमन का कार्यक्रम शुरू हो गया था. प्रत्याशियों की बड़ी संख्या को देखते हुए सुबह जल्दी मंच से परिचय की प्रक्रिया शुरू कर दी गई थी. मुख्य अतिथि के रूप में जहां म.प्र. वैश्य कल्याण ट्रस्ट के अध्यक्ष गिरीश अग्रवाल एवं संगठन के प्रदेशाध्यक्ष उमाशंकर गुप्ता लगभग पूरे समय मौजूद रहे.
वहीं खंडेलवाल समाज के राष्ट्रीय अध्यक्ष रमेशचंद्र बड़ाया, मोयरा सरिया समूह के चेयरमैन एवं उद्योगपति विमल टोडी, पत्रकार राजेश चेलावत, समाजसेवी टीकमचंद गर्ग, विष्णु बिंदल, राजेश गर्ग केटी, पवन सिंघानिया, रमेश मित्तल मेडिकेप्स, राम ऐरन, नितिन अग्रवाल पाथ, भरत मोदी, कपिल मलैया, बसंत खटोड़, अशोक खंडेलवाल एवं रामस्वरूप धूत सहित बड़ी संख्या में वैश्य घटकों के राष्ट्रीय एवं प्रांतीय स्तर के पदाधिकारियों ने अपनी मौजूदगी दर्ज कराई और आयोजकों का उत्साहवर्धन किया. आयोजन समिति के अध्यक्ष दिनेश मित्तल ने स्वागत उदबोधन दिया. प्रारंभ में कुलदेवी महालक्ष्मी के चित्र पूजन के साथ शुरूआत हुई.
आयोजन समिति की ओर से अध्यक्ष दिनेश मित्तल, प्रमुख संयोजक अरविंद बागड़ी, समन्वयक धीरज खंडेलवाल, संयोजक राजेश गर्ग एवं शिव जिंदल ने पालीवाल वाणी को बताया कि आज दिनभर में करीब 885 युवक-युवतियों ने मंच पर पहुंचकर अपने परिचय दिए और भावी जीवन साथी के बारे में अपनी प्राथमिकताएं भी बताई. विजयवर्गीय समाज की एक बिटिया ने अपने साथ अपनी बहन का भी परिचय दिया और अपनी पसंद के बारे में बताया कि वह क्लीयर अंडरस्टेंडिंग वाले जॉब कर रहे प्रत्याशी को प्राथमिकता देंगी.
आज भी अनेक प्रत्याशियों ने बिना दहेज के विवाह करने की बात कहीं. देर शाम तक परिचय का सिलसिला चलता रहा. दोनों दिन मिलाकर करीब 2 हजार प्रत्याशियों ने मंच से एवं इतने ही प्रत्याशियों ने मोबाइल एप एवं परिचय पुस्तिका से अपने लिए योग्य जीवन साथी की तलाश की. सांझ ढलते-ढलते करीब 250 रिश्ते तय होने की स्थिति में पहुंच गए थे, जबकि इतने ही रिश्तों पर दोनों पक्षों के बीच बातचीत शुरू होने की सूचना है. श्राद्ध पक्ष के कारण इनकी घोषणा नवरात्रि में की जाएगी.
सम्मेलन में सहयोग देने वाले वरिष्ठ एवं अन्य कार्यकर्ताओं का सम्मान भी किया गया. इस श्रृंखला में कैलाश नाहर, नकूल पाटोदी, कैलाशचंद्र खंडेलवाल, सुनील गुप्ता, नंदकिशोर कंदोई, वीरेन्द्र गुप्ता, सम्मेलन में एक सत्र विधवा-विधुर एवं दिव्यांग प्रत्याशियों के लिए भी रखा गया था. एक कल्याणी प्रत्याशी ने भी अपने मन की बात कही तो अनेक अविवाहित युवकों के पालकों ने भी उनसे सम्पर्क किया. एक दिव्यांग प्रत्याशी ने भी मंच से अपना परिचय दिया.
आज दिनभर में अग्रवाल, खंडेलवाल एवं अन्य वैश्य समाजों के 15 प्रत्याशियों के रिश्ते माहेश्वरी एवं जैन समाज के योग्य जीवन साथी के साथ होने की चर्चाएं शुरू हुई है. अनेक पालकों ने अपने नाम देने में संकोच व्यक्त करते हुए कहा कि यदि हमारे बच्चे वैश्य घटकों में ही संबंध करें, तो उन्हें श्रेष्ठ जीवन साथी मिल सकते हैं. इस तरह के परिचय सम्मेलन से वैश्य समाज के बीच रोटी-बेटी के रिश्तों को तो मजबूती मिलेगी ही, आपस में व्यापार-कारोबार में भी बढोत्तरी होगी. अंत में प्रमुख संयोजक अरविंद बागड़ी ने अगला सम्मेलन नई टेक्नालाजी एवं नई सुविधाओं के साथ अगले वर्ष हाईटेक स्वरूप में आयोजित करने का संकल्प व्यक्त किया.