इंदौर. शहर में संपत्तिकर के खातों के लिए कराए जा रहे घर घर सर्वे को लेकर जमकर हल्ला मचा था। मामला पुलिस तक पहुंचा और राजनीति भी गरमा गई। आखिरकार मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने हस्तक्षेप कर सर्वे तो रुकवा दिया, लेकिन अब नगर निगम शिविर लगाकर खातों को सुधारेगा और उसमें रहवासी खुद अपनी संपत्ति के विवरण में संशोधन भी करा सकेंगे।
पंद्रह दिन के लिए नगर निगम शहर के सभी 22 जोनल कार्यालयों में शिविर लगाएगा। शिविर में संबंधित जोन के सहायक राजस्व अधिकारी, बिल कलेक्टर, कंप्यूटर ऑपरेटर उपस्थित रहेंगे, जो नागरिकों के संपत्ति कर या जल कर के नए खाते, पूर्व से खुले खातों में संशोधन आदि करा सकेंगे। इसके साथ ही यदि किसी को जलकर का खाता खुलवाना हो या नया नल कनेक्शन चाहिए तो वह आवेदन देकर नया नल कनेक्शन ले सकेंगे।
शिविर की जानकारी देते हुए निगमायुक्त दिलीप कुमार यादव ने कहा कि संपत्तिकर आवासीय दर से जमा किया जा रहा हो, लेकिन यदि मौके पर संपत्ति का व्यावसायिक उपयोग किया जा रहा है तो व्यावसायिक दर से कर की राशि शिविरों में जमा की जा सकती है।
उन्होंने कहा कि शहर में निर्माण होते हैं। उसके हिसाब से संपत्ति का निर्धारण होना चाहिए। यह काम नियमित होना चाहिए, लेकिन व्यस्तता के कारण कई बार जोनल स्तर पर संबंधित कर्मचारी नहीं करते हैं। इसलिए शिविर लगाए जा रहे हैं। सर्वे विवाद को लेकर कहा कि यदि लोगों को लगता है कि उन्हें खातों में सुधार करने का मौका नहीं मिला तो हमने शिविर की सुविधा दी है।