इंदौर। पालीवाल वाणी के सहयोगियों की मीटिंग में आज समाजिक संस्कारों के साथ खिलावाड़, गैरजातिय विवाह करने वालों की संख्या में वुद्धि तथा पीएस 44 श्रेणी इंदौर के समाज मंत्री श्री किशन दवे ने पालीवाल वाणी के संपादक श्री सुनील पालीवाल को जान से मारने, पालीवाल वाणी को बंद कराने के साथ डराने-धमकाने की लगातार कोशिशे और कई शासकीय विभागों में फर्जी तरीके से शिकायत पत्र भेंज कर परेशान करने संबंधी जैसे कई गंभीर मुद्दों पर लगभग 3 घण्टे चर्चा चली। जिसमें निर्णय लिया गया कि इंदौर से प्रकाशित पालीवाल वाणी समाचार पत्र 400 से ज्यादा प्रतिनिधि विभिन्न प्रांतों में पालीवाल वाणी को सतत् निःशुल्क सेवाएं दे रहे है। उन सबको साधुवाद के साथ आभार व्यक्त किया गया कि समाजहित में प्रकाशित समाचार पत्र को निरंतर सहयोग प्रदान कर रहे जबकि इंदौर के प्रतिनिधियों का कोई भी योगदान नहीं होने से इंदौर से बनाएं गए सभी प्रतिनिधियों को दिनांक 7 जुलाई 2015 को तत्काल प्रभाव से पालीवाल वाणी टीम से हटा दिया गया है तथा उनकी सेवाएं लेना बंद कर दी गई है। उनको जारी प्रेस कार्ड भी निरस्त कर दिए गए है। आप सभी से निवेदन है कि इंदौर से जुड़े हुए प्रतिनिधियों को पालीवाल वाणी से संबंधित समाचार अथवा कोई भी महत्वपूर्ण दस्तावेंज नहीं सौंपे। कुछ प्रांतों के प्रतिनिधियों को भी चेतावनी दी गई कि समय पर कार्य नहीं करने वालों को भी शीघ्र हटाने की कार्यवाही आगामी मीटिंग में की जावेगी। सूचना जारी करने के बाद आगामी निर्देशानुसार कार्य करने वाले ही नए प्रतिनिधियों की घोषणा सोशल मीडिया और पालीवाल वाणी समाचार पत्र में की जावेंगी तब तक आप अपनी सूचनाएं पालीवाल वाणी कार्यालय पर ही सीधे प्रेषित कर सकते हैं।
आज्ञा से:-
अनील बागोरा - प्रबंध संपादक, महेश जोशी - सहसंपादक
नोटः- इंदौर प्रतिनिधियों से निवेदन है कि कार्यालय में जारी प्रेस कार्ड वापस जमा कराएं अथवा वैधानिक कार्यवाही की जावेंगी।