इंदौर. मुस्लिम छात्रों के नाम से आवंटित छात्रवृत्ति में चौंकाने वाली जानकारी सामने आई है। संचालक खंडहर और खाली मैदान को स्कूल व मदरसा बताकर लाखों रुपये की छात्रवृत्ति ले रहे थे। भौतिक सत्यापन के बाद अपराध शाखा ने फर्जीवाड़ा करने वाले संचालकों की तलाश शुरू कर दी है।
इस मामले की सरकार को भी रिपोर्ट भेजी जा रही है। अपराध शाखा ने 17 जून 2025 को ही पिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंख्यक कल्याण विभाग के सहायक संचालक अनिल कुमार सोनी की शिकायत पर केस दर्ज किया था।
डीसीपी(अपराध)राजेश कुमार त्रिपाठी के मुताबिक आरोपित संस्थान और संचालकों के बारे में छानबीन की तो पता चला कुछ जगहों पर स्कूल और मदरसे ही नहीं हैं। पुष्टि के बाद पुलिस ने आरोपी आफताब खान के ठिकाने पर दबिश दी पर वह मोबाइल बंद कर फरार हो गया। आफताब का सब्जी मंडी खजराना में सेंट जेवियर कान्वेंट(डाइस कोड-23260103838) के नाम से स्कूल है और उसने 7 लाख से ज्यादा की छात्रवृत्ति ली थी। टीआई नीरज मेडा द्वारा सत्यापन करने उस जगह पर कुछ नहीं मिला।
अनिल कुमार की शिकायत पर निरीक्षक माधवसिंह भदौरिया ने जांच की और केयर वेल स्कूल (डाइस कोड-23260101344) के संचालक मोहम्मद रफीक खान (बैकुंठधाम कालोनी), मदरसा साफिया (डाइस कोड-23260104265) की संचालिक शबनम शाह(हीना पैलेस खजराना), मदरसा उस्मानिया (डाइस कोड-23260100149) की संचालिका शहनाज खानम (चंदननगर), सेंट जेवियर कान्वेंट (डाइस कोड-23260103838) के संचालक आफताब खान(खजराना),सेंट जेआर डीआरडी मेमोरियल स्कूल (डाइस कोड-23260104238) के संचालक आफताब (सब्जीमंडी) के खिलाफ केस दर्ज किया।