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चीन में तेजी से फैल रही रहस्यमयी बीमारी : कोविड की याद ने दुनिया को डराया : भारत में अलर्ट जारी

देश-विदेश Published by: paliwalwani Updated Mon, 27 Nov 2023 09:46 AM
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कोविड के बारे में चेतावनी देने वाली संस्था प्रोमेड ने चेताया

बीजिंग :

चीन में इस वक्त एक रहस्यमय बुखार तेजी से फैल रहा है. जिसका शिकार ज्यादातर बच्चे हो रहे हैं. अस्पतालों में बीमार बच्चों की भारी भीड़ उमड़ने के कारण उन पर दबाव बढ़ रहा है. चीन में ही पहली बार कोविड-19 महामारी सामने आई थी. इसके चार साल बाद चीन में फिर एक बार निमोनिया जैसी सांस की बीमारियों के बढ़ने से पूरी दुनिया में चिंता बढ़ गई है.

बहरहाल इसे मेडिकल एक्सपर्ट सर्दियों की शुरुआत में फैलने वाले इन्फ्लूएंजा से जोड़ रहे हैं. इसके बावजूद भारत ने रविवार को सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के लिए एक हेल्थ एडवायजरी जारी की. जिसमें उनसे उत्तरी चीन में बढ़ते मामलों के बीच सार्वजनिक स्वास्थ्य तैयारियों की तुरंत समीक्षा करने को कहा गया.

स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने कहा कि उसने अत्यधिक सावधानी बरतते हुए सांस संबंधी बीमारियों के खिलाफ प्रारंभिक उपायों की सक्रिय रूप से समीक्षा करने का फैसला लिया है. चीन में सांस संबंधी बीमारी के मामलों में तेज बढ़ोतरी को विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने भी महसूस किया है. इसके लिए इन्फ्लूएंजा, माइकोप्लाज्मा निमोनिया और SARS-CoV-2 जैसे सामान्य कारणों को जिम्मेदार ठहराया गया. चीन ने पिछले दिसंबर में कोविड प्रतिबंध हटा दिए थे. डब्ल्यूएचओ ने चीनी अधिकारियों से इस नए बुखार के बारे में हर जानकारी मांगी है. फिलहाल यह माना जा रहा है कि चिंता का कोई कारण नहीं है. विशेषज्ञों ने कहा कि ऐसा बहुत कहने के बहुत कम कारण हैं कि ये मामले किसी नए वायरस के कारण हुए हैं.

कोविड के बारे में चेतावनी देने वाली संस्था प्रोमेड ने चेताया

13 नवंबर 2023 को चीन के राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग ने खासकर बच्चों में सांस संबंधी बीमारियों में बढ़ोतरी की सूचना दी. अधिकारियों ने इस बुखार के बढ़ते मामलों के लिए कोविड प्रतिबंधों के अंत, ठंड के मौसम के आने और इन्फ्लूएंजा, माइकोप्लाज्मा निमोनिया, रेस्पिरेटरी सिंकाइटियल वायरस (आरएसवी) और कोविड का कारण बनने वाले वायरस SARS-CoV-2 के प्रसार को जिम्मेदार ठहराया है. 20 नवंबर को सार्वजनिक रोग निगरानी प्रणाली प्रोमेड (ProMED) ने बताया कि निमोनिया के प्रकोप के कारण कुछ चीनी अस्पताल बीमार बच्चों से भरे थे. प्रोमेड ने ही पहली बार रहस्यमय निमोनिया के मामलों के बारे में प्रारंभिक चेतावनी जारी की थी, जो बाद में कोविड के तौर पर उभर कर दुनिया के सामने आया.

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