एसिडिटी एक ऐसी समस्या है जो कई लोगों को परेशान करती है। ये समस्या किसी भी उम्र के इंसान को हो सकती है और इसका अहम कारण होता है पित्त दोष। शरीर में अग्नि को कंट्रोल पित्त दोष करता है और अगर ये बढ़ जाए तो एसिडिटी की समस्या भी बढ़ जाती है। वैसे तो ये समस्या टीनएजर्स को भी हो सकती है, लेकिन वयस्कों में ये ज्यादा होती है। बचपन में जिस तरह से कफ और वात दोष परेशान करते हैं उसी तरह से बड़े होने पर पित्त दोष परेशान करता है।
एसिडिटी की समस्या कई लोगों में तो इतनी ज्यादा बढ़ जाती है कि उन्हें लगातार एसिडिटी के लिए दवा खानी पड़ती है और साथ ही साथ उन्हें कई तरह के परहेज भी करने पड़ते हैं। एसिडिटी की समस्या अगर बढ़ जाए तो लोगों को अल्सर भी हो सकते हैं और इसलिए इसका ध्यान रखना बहुत जरूरी है।
जल्दबाज़ी (Hurry) - जल्दबाज़ी में खाना खाना ठीक नहीं है ये आपको और परेशान कर सकता है।
चिंता (Worry) - जिन लोगों की लाइफस्टाइल ज्यादा स्ट्रेस से भरी हुई है उन्हें एसिडिटी ज्यादा होती है।
तीखा (Curry) - ज्यादा तीखा, खट्टा और नमकीन खाना आपके लिए परेशानी भरा साबित हो सकता है।
अगर आप एसिडिटी से बचना चाहते हैं तो ज्यादा तीखा, ज्यादा ऑयली और फास्ट फूड जैसे समोसा, बर्गर, पिज्जा, ब्रेड आदि से दूर रहें। जरूरत से ज्यादा गरम मसाला पाउडर, मिर्च, दालचीनी, लौंग, सरसों, लहसुन, प्याज, सिट्रस फ्रूट्स आदि अगर आप खाते हैं तो भी एसिडिटी की समस्या बढ़ सकती है।
आप अगर ठीक तरह से शरीर को आराम नहीं देंगे तो भी एसिडिटी बढ़ सकती है।
अगर आपकी लाइफस्टाइल में स्ट्रेस बहुत है और अन्य मानसिक समस्याएं जैसे एंग्जाइटी, चिंता, जलन, गुस्सा, डर, किसी चीज़ से असंतोष आदि है तो वो आपकी जिंदगी और हेल्थ पर उल्टा असर डालता है और ये सब शरीर में पित्त दोष को बढ़ाने का काम करता है और इसलिए एसिडिटी बढ़ सकती है।
आपको इन छोटी-छोटी बातों का ख्याल रखना चाहिए जिसके कारण आपकी एसिडिटी की समस्या कम होगी और कोशिश करना चाहिए कि आप ऐसे फूड्स अपनी डाइट में शामिल करें जो पेट को ठंडा कर सकें। अगर आपकी समस्या बहुत बढ़ गई है तो ये जरूरी है कि आप डॉक्टर से संपर्क करें।