क्योंकि आज आपकी जो पर्सनालिटी है उसे बनाने में उनका बहुत बड़ा योगदान है। तभी तो एक छात्र कितनी भी ऊचाइयां छू लें उसकी नजर में टीचर्स का दर्जा कभी छोटा नहीं होता वो हमेशा सबसे ऊपर होता है। आखिर हो भी क्यों ना बचपन की वो तमाम अच्छी बातें जो किसी इंसान के व्यक्तित्व को निखारती हैं। एक बेहतर इंसान बनाने की नींव डालती हैं। जिंदगी में अनुशासन की अहमियत सिखाती है। ये सब बातें आप पढ़ाई के साथ-साथ अपने गुरुओं से ही सीखते हैं।
ये सब एकदम से नहीं मिलता ये एक पूरा प्रोसेस है जो उम्र की हर स्टेज में बड़े पेशेंस के साथ हमारे शिक्षक हमें सिखाते हैं। हर किसी के लाइफ में ऐसे गाइड,टीचर,फिलॉसोफर होता है, जो अपने तजुर्बे से उसके भविष्य को सही आकार देते हैं। अब विश्व प्रसिद्ध योगगुरु स्वामी रामदेव को ही ले लीजिए जो ना सिर्फ योग और आयुर्वेद में बल्कि संन्यास और समाजसेवा के फील्ड में भी लाखों लोगों के मार्गदर्शक हैं। जो हर दिन करोड़ों लोगों की जिंदगी संवारते हैं। तो चलिए टीचर्स डे पर आज ना सिर्फ बच्चों की फिजिकल और मेंटल ग्रोथ बल्कि साथ में देश के 1 करोड़ से ज्यादा शिक्षकों की सेहत भी सुधारते हैं ताकि भारत का भविष्य सुनहरा रहे।